Sonebhadra: कागज में हेरफेर कर फर्जी तरीके से माध्यमिक शिक्षा विभाग में नौकरी कर रही दो महिला शिक्षिकाओं का भंडाफोड़ हुआ है। विंध्याचल मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक की जांच में इसकी पुष्टि के बाद डीआईओएस ने दोनों के विरुद्ध रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है। पुलिस ने घटनास्थल भदोही का बताते हुए केस दर्ज करने के लिए उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा है।
जिला विद्यालय निरीक्षक रविशंकर ने बताया कि रायपुर थाना क्षेत्र के सरईगढ़ निवासी धर्मेंद्र यादव ने सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद लखनऊ को मार्च 2021 में शिकायती पत्र भेजकर आरोप लगाया था कि राजकीय बालिका हाईस्कूल सरईगाढ़ में तैनात शिक्षिका सुमन सिंह और मंजू सिंह की नियुक्ति फर्जी है। सचिव ने मामले की जांच संयुक्त शिक्षा निदेशक विंध्याचल मंडल को सौंपी थी। जांच पता चला कि गृह विज्ञान की शिक्षिका आजमगढ़ के रूद्रमनपुर निजामाबाद निवासी मंजू यादव पुत्री वंशराज यादव और सामाजिक विज्ञान की शिक्षिका वाराणसी के भारद्वाजी टोला आदमपुर निवासी सुमन सिंह पुत्री कल्लू सिंह की नियुक्ति 2016 में भदोही में हुई थी। नियुक्ति के ठीक 72 दिन बाद दिसंबर 2016 में ही दोनों ने अपना तबादला सोनभद्र के राजकीय बालिका हाईस्कूल सरईगाढ़ में करा लिया। डीआईओएस ने बताया कि फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी हासिल करने वाली दोनों शिक्षिकाओं के खिलाफ रायपुर थाने में तहरीर दी गई है। वर्तमान में एक शिक्षिका जिले से गैर जनपद स्थानांतरण करा चुकी है। इस संबंध में रायपुर थानाध्यक्ष प्रणय प्रसून्न श्रीवास्तव ने कहा कि तहरीर मिली है लेकिन घटनास्थल भदोही का है। इस बारे में डीआईओएस को अवगत करा दिया गया है। उच्चाधिकारियों का जैसा निर्देश होगा उसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।