रेप के झूठे मुकदमें में फंसाने का झांसा देकर बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी कन्हैया लाल सारस्वत को ब्लैक मेल किया गया। उनकी शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस मोबाइल नंबरों के आधार पर आरोपियों की जांच कर रही है। आरोपियों में एक निजी चैनल और पोर्टल का पत्रकार भी बताया जा रहा है।
बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी के पद पर तैनात कन्हैया लाल सारस्वत ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की थी कि उनके पास फोन आया,जिसमें बताया गया कि उनको फंसाने की साजिश चल रही है। फोन करने वाले ने अपना नाम सुरूर बताया। उसका कहना था कि एक महिला ने उनके खिलाफ रेप का केस दर्ज कराने के लिए कोर्ट की शरण ली है। सारस्वत का आरोप है कि इसके बाद कई और लोगों ने फोन किया और उन पर रेप केस में समझौता कराने के नाम पर उनसे मुलाकात करने की बात कही। आरोप है कि इस दौरान उनको झूठे केस में फंसाने के नाम पर ब्लैकमेल किया गया साथ ही उनके खिलाफ षडयंत्र रचा गया है। वित्त एवं लेखाधिकारी ने इस प्रकरण की शिकायत डीएम-एसपी के साथ ही अपर मुख्य सचिव समेत अन्य अफसरों से की। अफसरों ने इस मामले में कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इस आदेश के बाद सिविल लाइंस पुलिस ने कन्हैया लाल सारस्वत की तहरीर पर सुरुर नाम के व्यक्ति समेत चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।