आजमगढ़: सचिव उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh बेसिक शिक्षा परिषद basic shiksha parishad प्रताप सिंह बघेल ने 16 जून June से शिक्षकों teachers के साथ ही शिक्षामित्रों shikshamitro एवं अनुदेशकों को परिषदीय विद्यालयों parishadiya vidyalaya में रहकर शिक्षण कार्य का आदेश जारी किया है। शिक्षामित्रों shikshamitro एवं अनुदेशकों Anudeshak को जून June माह में मानदेय manday नहीं दिया जाता है। इससे साफ होता है कि ये इस माह बिना मानदेय manday के शिक्षण कार्य करेंगे। जिसे लेकर शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है।
जिले में प्रामिक, उच्च प्राथमिक एवं कंपोजिट सहित कुल 2703 परिषदीय विद्यालय vidyalaya संचालित हैं। शिक्षकों teachers की कमी को देखते हुए प्राथमिक विद्यालयों Prathmik vidyalaya में शिक्षामित्र एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अनुदेशकों की नियुक्ति मानदेय manday पर की गई थी। जिन्हें 11 माह mahine का मानदेय manday दिया जाता है। कुछ वर्ष पूर्व इनके नवीनीकरण की प्रक्रिया समाप्त कर दी गई थी। जून June माह mahine में मानदेय नहीं मिलता है। परिषदीय विद्यालयों Vidyalaya में 31 दिसंबर से 14 जनवरी January तक शीतकालीन एवं 20 मई से 15 जून June तक ग्रीष्मकालीन अवकाश दिया गया था। सचिव बेसिक शिक्षा basic shiksha ने 14 जून June को आदेश जारी किया। आदेश में लिखा गया कि 16 जून June से शिक्षक, शिक्षामित्र एवं अनुदेशक सुबह 7.30 बजे से 1.30 बजे तक विद्यालयों में रहकर शिक्षण कार्य सहित अन्य कार्य करेंगे। अब सवाल यह उठता है कि क्या शिक्षामित्र shikshamitra और अनुदेशक बिना मानदेय जून माह में शिक्षण कार्य करेंगे। इस बीच 15 जून June को विशेष सचिव आरबी सिंह का आदेश जारी हुआ कि शीतकालीन अवकाश को संविदा अवधि में नहीं माना जाएगा। शिक्षामित्रों shikshamitro के नवीनीकरण की प्रक्रिया होगी। जबकि अनुदेशकों का स्वतः नवीनीकरण मान लिया जाएगा। इस आदेश को लेकर शिक्षामित्रों shikshamitro एवं अनुदेशकों Anudeshak में आक्रोश देखा जा रहा है।