यूपी टीचर ट्रांसफर: सवालों के घेरे में तबादला सूची, वेटेज कैंसिल करने का शिक्षकों ने लगाया आरोप

 उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत टीचर्स के अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के बाद स्थानांतरण सूची जारी होते ही विवादों के घेरे में आ गई है।

यूपी टीचर ट्रांसफर पॉलिसी के तहत अंतर्जनपदीय स्थानांतरण से वंचित हजारों शिक्षकों ने अपने-अपने जनपदों में बीएसए को ज्ञापन सौंपा। सिद्धार्थनगर के तकरीबन 25 शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय में जाकर ज्ञापन सौंपा।

अंतर्जनपदीय स्थानांतरण से वंचित इन सभी शिक्षकों ने तबादला सूची को संदिग्ध बताया शिक्षकों का आरोप है कि इन्हें मिलने वाला वाजिब भारांक (वेटेज)इनके आवेदन में नहीं जोड़ा गया जिससे मेरिट सूची में स्थान नहीं बन पाया और अंतर्जनपदीय स्थानांतरण से वंचित होना पड़ा।

बीएसए कार्यालय पहुंचे शिक्षकों ने प्रत्यावेदन और ज्ञापन देकर अपने स्थानांतरण की मांग की। शिक्षकों का आरोप है कि यूपी टीचर्स ट्रांसफर पॉलिसी के तहत मिलने वाले वेटेज में उनकी समस्याओं के अनुसार वेटेज (भारांक) नहीं मिला। पति-पत्नी के सरकारी नौकरी में होने के साथ कई शिक्षकों को असाध्य रोग और उसका प्रमाणपत्र हाेने के बावजूद वेटेज नहीं मिला जिससे उनका उनका स्थानांतरण नहीं हुआ।

गौरतलब है कि वेटेज कैंसिल होने वाले शिक्षकों का एक बहुत बड़ा तबका है जिनका स्थानांतरण वेटेज होने के बावजूद नहीं हुआ। ऐसे कई शिक्षक यूपी बेसिक शिक्षा में कार्यरत है जिनके पति या पत्नी उत्तर प्रदेश के अलावा बाहरी राज्यों में कार्यरत है या फिर ऐसे हजारों शिक्षक हैं जिनके पति पत्नी बेसिक शिक्षा के अलावा अन्य सरकारी नौकरी में हैं।

शिक्षकों की मानें तो पूर्व में सभी सरकारी कर्मियों को बेसिक शिक्षा परिषद की पूर्व नियमावली के तहत वेटेज दिया गया था मगर यूपी टीचर ट्रांसफर नियमावली 2023 के तहत इस बार बेसिक शिक्षा शिक्षकों के अलावा अन्य किसी सरकारी नौकरी वाले पति पत्नी को वेटेज नहीं दिया गया।

मधुलिका नाम की टीचर का कहना है कि फर्स्ट टाइम जब ट्रांसफर हुए थे तब नियमावली में कहा गया था कि (अनमैरिड) अविवाहित महिलाओं का ट्रांसफर नहीं होगा दूसरी बार के स्थानांतरण में वेटेज नहीं दिया गया था और जब बाद में सरकारी नौकरी वाले पति से शादी हुई तो बोले कि बैंक वाले पति को वेटेज नहीं देंगे।

यूपी के कासगंज के तैयाबपुर कमालपुर में कार्यरत टीचर शिखा शर्मा ने कहा कि मेरे पति अमित कुमार शर्मा नोटिफिकेशन के मुताबिक भारत सरकार के अंतर्गत दिल्ली पुलिस में कार्यरत है जोकि केंद्र सरकार के अधीन है इसके बावजूद सरकारी पति का 10 नम्बर का भारांक मुझे नहीं दिया गया।

सिद्धार्थनगर के ब्लॉक जोगिया में ही तैनात महिला टीचर शिल्पी श्रीवास्तव ने बताया कि उनके साथ की ही एक अन्य महिला टीचर का तबादला उनके पति के एलआईसी में नौकरी होने के चलते हो गया जबकि मेरे पति भी एलआईसी में नौकरी करते हैं और मेरा तबादला नहीं हुआ शिल्पी का आरोप है कि इनके भारांक के साथ छेड़छाड़ हुई है।

ऐसे ही मीनाक्षी नाम के टीचर ने लिखा कि उनके हस्बैंड फ़ूड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया में कार्यरत हैं मुझे 10 नंबर का वेटेज नहीं मिला।

मधु नाम के टीचर ने लिखा कि उनके पति माध्यमिक में टीचर हैं और उन्हें 10 नंबर का वेटेज नहीं दिया गया।

पूजा तिवारी नाम की टीचर ने लिखा कि माध्यमिक वालों को वेटेज नहीं मिला, बैंक वालों को नहीं मिला, रेलवे, एलआईसी और कुछ केंद्रीय कर्मचारियों को भी वेटेज नहीं मिला।

पेशे से किसान सहारनपुर निवासी विनय कुमार ने NPR को बताया कि मेरे हार्ट का इलाज सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त बोर्ड NABH के अंतर्गत आए हुए प्राइवेट हॉस्पिटल से हुआ अभी भी मैं उन्हीं कि दवाई ले रहा हूं।मेरी पत्नी अनुराधा हरदोई में अगस्त 2014 से सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।मेरा मेडिकल सर्टिफिकेट जो की हरदोई के सीएमओ साहब ने खुद काउंटर साइन किया था उसे हटाकर भाराँक हटा दिया गया जबकि मेरी पत्नी ने सहारनपुर और शामली के लिए आवेदन किया था।

हरदोई में कार्यरत पुष्पा देवी ,कुशीनगर की दिव्या कुमारी , बांदा में कार्यरत महिला टीचर श्वेता ने बताया कि मेरे हस्बैंड बैंक ऑफ बड़ौदा फतेहपुर में कार्यरत है मेरा वेटेज 22 था वेटेज कैंसिल होने के चलते मेरा ट्रांसफर नहीं हुआ। कहा गया कि पति या पत्नी के बैंक में होने का वेटेज काउंट नहीं किया गया।

सोनभद्र में कार्यरत पदमजा त्रिपाठी ने बताया कि उनके पति राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है वेटेज 26 होने के बावजूद उनका ट्रांसफर नहीं हुआ।

मिर्जापुर में कार्यरत साधनाकुमारी ने बताया कि मेरे पति कृष्ण कुमार आगरा में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैँ फिर भी वेटेज नहीं मिला। पिछली बार सभी अशासकीय महाविद्यालय के प्रोफेसर को भारांक मिलता रहा है और अभी राजकीय माध्यमिक के स्थानांतरण प्रक्रिया में भी भारांक दिया गया किन्तु बेसिक शिक्षा द्वारा कॉउंसलिंग में तो भारांक दे दिया गया परन्तु जब फाइनल लिस्ट आई तो उसमे भारांक हटा दिया गया।

बहराइच में पोस्टेड नलिनी मिश्रा के प्रति यूपीपीसीएल में कार्यरत हैं , अन्नपूर्णिमा बाजपाई के पति एल आई सी में डेवलपमेंट ऑफिसर हैं, बलरामपुर में पोस्टेड आरती त्रिपाठी का वेटेज 27 और उनके पति भी बैंक में है, हाथरस में पोस्टेड महिला टीचर निधि के पति माध्यमिक कॉलेज में टीचर हैं, मिर्जापुर की साधना कुमारी के पति एडिड कॉलेज में टीचर है, श्रावस्ती में कार्यरत महिला टीचर गरिमा तिवारी के पति बैंक में कार्यरत है, इन सभी महिला शिक्षकों की वेटेज कैंसिल होने के बाद इनका ट्रांसफर उनके इच्छित जनपद या गृह जनपद में नहीं हुआ।