लखनऊ, । बेरोजगारों की नियुक्ति की आयु सीमा बढ़ाने से इंकार करते हुए प्रदेश सरकार ने कहा कि सरकारी नौकरियां सीमित हैं। सबको सरकारी नौकरी नहीं दी जा सकती है। सरकार विभिन्न माध्यमों से लोगों को नौकरी व रोजगार दे रही है। इस जवाब से असंतुष्ट सपा सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।
विधानसभा में शुक्रवार को सपा के विनोद चतुर्वेदी, अभय सिंह व संग्राम सिंह यादव के सवाल पर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि इस साल अक्तूबर तक 8.67 लाख लोगों को रोजगार दिया जा चुका है। 20 हजार महिलाओं को पुलिस की नौकरी दी गई। सरकार ने बीसी सखी योजना चला कर 58 हजार महिलाओं को रोजगार दिया। उन्होंने कहा कि 8 लाख लोगों को रोजगार मेले के जरिए रोजगार दिया गया। सुरेश खन्ना ने कहा कि सरकार की मंशा साफ है लेकिन सरकारी नौकरियां सीमित हैं।
इससे पहले श्रम मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि सेवायोजन कार्यालयों द्वारा रोजगार के इच्छुक अभ्यर्थियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का कार्य किया जाता है। शासकीय विभागों एवं उनके अधीनस्थ संस्थाओं में भर्ती के लिए सेवायोजन पोर्टल पर पंजीकृत अभ्यर्थियों के चयन हेतु प्रक्रिया के अनुपालन के संबंध में निर्देश जारी किए गये हैं। श्रममंत्री के जवाब से अंसतुष्ट होकर सपा ने वाकआउट किया।