लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में छह माह पहले शुरू हुई 116 पदों पर संविदा शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है। अब विवि प्रशासन सभी पदों के लिए दोबारा विज्ञापन जारी करेगा।
भाषा विवि में मार्च में इंजीनियरिंग, विधि एवं फार्मेसी संकाय के 116 पदों पर संविदा शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। इसमें 14 प्रोफेसर, 27 एसोसिएट प्रोफेसर और 74 असिस्टेंट प्रोफेसर के पद शामिल थे। इनके सापेक्ष 300 से अधिक आवेदन मिले थे। लेकिन विवि प्रशासन की लचर कार्यशैली के चलते भर्ती प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। अब इन पदों को दोबारा विज्ञापित करने की तैयारी है। संवाद
नैक मूल्यांकन में होगा नुकसान :
भाषा विवि में नवंबर के अंत तक नैक मूल्यांकन के लिए टीम निरीक्षण पर आ सकती है। विवि में छात्र-शिक्षक के बीच का अनुपात बेहद खराब है। ऐसे में नैक मूल्यांकन में इसका असर ग्रेडिंग पर पड़ सकता है। सूत्रों की माने तो विवि प्रशासन ने शिक्षकों के पदों का विज्ञापन भी नैक में अच्छा ग्रेड पाने की लिए ही दिया था.
लेकिन इसी बीच विवि में प्रशासनिक उथल पुथल से मंशा पूरी नहीं हो सकी
15 विभागों में अतिथि प्रवक्ता के लिए भी मांगे आवेदन
विवि में अतिथि शिक्षकों के लिए भी 15 विभागों में करीब तीस पदों पर आवेदन मांगे गए हैं। जिन विभागों में आवेदन मांगे गए हैं, उसमें शिक्षाशास्त्र, कंप्यूटर विज्ञान आईटी, वाणिज्य, व्यवसाय प्रबंधन, अंग्रेजी, फारसी, माइक्रोबायोलॉजी, कंप्यूटर विज्ञान बीएससी, विधि अध्ययन, अनुप्रयुक्त विज्ञान एवं मानविकी प्रबंधन, यांत्रिकी एवं अभियांत्रिकी विभाग शामिल हैं। जानकारी विवि की वेबसाइट पर है।
“ कई पदों पर नहीं आए थे आवेदन
संविदा शिक्षकों की भर्ती के लिए पूर्व में जारी विज्ञापन में कई पदों पर एक भी आवेदन नहीं प्राप्त हुआ था। इसलिए दोबारा विज्ञापन जारी करेंगे। सूचना विवि की वेबसाइट पर अपलोड होगी। महेश कुमार, कुलसचिव भाषा विवि