69000 Teachers Bharti: नियुक्ति की मांग को लेकर 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यार्थी लगातार धरना प्रदर्शन

 69000 Teachers Bharti: उत्तर प्रदेश में नियुक्ति की मांग को लेकर 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यार्थी लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती से मुलाकात की है. अभ्यार्थियों ने बसपा सुप्रीमो को ज्ञापन देकर शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में हुई विसंगतियों के बारे में उन्हें विस्तृत रूप से जानकारी दी. 

बसपा सुप्रीमो मायावती ने आरक्षित वर्ग के अभ्यार्थियों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि ये लड़ाई हमारी लड़ाई है. हम इस पर बराबर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में आरक्षित वर्ग अभ्यार्थियों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. मायावती ने इसे सरकार की नाकामी बताया. 

बसपा सुप्रीमो से की मुलाकात
आरक्षित वर्ग के अभ्यार्थियों ने कहा कि ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. सरकार चाहती तो सभी को न्याय अब तक मिल गया होता. लेकिन, सरकार की नाकामी और लापरवाही की वजह से आज आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी परेशान है. सरकार इलाहाबाद हाईकोर्ट की डबल बेंच का फैसला आने के बाद ही इस पर आगे बढ़ सकती थी लेकिन, वह इंतजार करती रही और मामला अब सुप्रीम कोर्ट में चला गया.

अभ्यार्थियों ने कहा कि अब भी सरकार को ध्यान देना चाहिए कि किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. सरकार कोई ऐसी पॉलिसी तैयार करे जिससे यह मामला सुलझाया जा सके और सभी को न्याय मिल सके. बसपा सुप्रीमो से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में वीरेंद्र कुमार, अमरेंद्र पटेल, नवनीत और एक महिला अभ्यर्थी भी शामिल थी.  

बता दें कि हाईकोर्ट का आदेश आने के बाद से ही आरक्षित वर्ग के अभ्यार्थी बीजेपी के मंत्री और सहयोगी जो पिछड़े और दलित समाज से आते हैं उनके आवास पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे पहले वो डिप्टी सीएक केशव प्रसाद मौर्य, अनुप्रिया पटेल, ओम प्रकाश राजभर और संजय निषाद के सरकारी आवास के सामने प्रदर्शन कर चुके हैं.