लखनऊ। पुरानी पेंशन की बहाली के लिए विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने बुधवार को पेंशन शंखनाद रैली निकाल कर प्रदर्शन किया। पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के बैनर तले शहीद स्मारक से निकली रैली में शामिल कर्मचारी मोटरसाइकिल से और पैदल मार्च करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे।
कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर नई पेंशन स्कीम को बंद कर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग की। इस दौरान 17 नवंबर को दिल्ली में महारैली करने का एलान किया गया। रैली में शामिल नेशनल मिशन फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मंजीत सिंह पटेल ने कहा कि सरकार पुरानी पेंशन बहाल करने के बजाय कर्मचारियों को समझाने के लिए पहले एनपीएस, उसके बाद नाम बदल कर यूपीएस लेकर आई है। सरकार अगर नाम ही बदलना
चाहती है तो ओपीएस का नाम मोदी
पेंशन स्कीम कर दे लेकिन पेंशन का लाभ पुरानी व्यवस्था के मुताबिक मिलना चाहिए। उत्तर प्रदेश चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष क्रांति सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, पूर्व सीएम अखिलेश यादव व मायावती समेत तमाम नेताओं को पुरानी पेंशन का लाभ मिलता है लेकिन कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। इस मौके पर मुख्य रूप से संयुक्त मोर्चा के संयोजक जेपी पांडेय, बसंतलाल, यूपी सिंह, जवाहर भवन इंदिरा भवन वेलफेयर एसोसिएशन मीना सिंह आदि मौजूद रहे।
पेंशनरों को संगठित करने के लिए कानपुर में सभा करेंगे राष्ट्रीय अध्यक्ष
लखनऊ। ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत और राष्ट्रीय महामंत्री वीरेंद्र सिंह राजावत पेंशन बढ़ोतरी के आंदोलन को गति देने के लिए देशव्यापी दौरे पर हैं। इसी क्रम में आज प्रयागराज के बाद 24 अक्तूबर को वह कानपुर में विशाल सभा करेंगें। प्रांतीय अध्यक्ष ओम शंकर तिवारी व प्रांतीय महामंत्री राज शेखर नागर ने बताया कि कानपुर की सभा में लखनऊ से भी विभिन्न विभागों के पेंशनर बड़ी संख्या में शिरकत करेंगे।