पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा व आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा एक दिन में कराने और नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) की प्रक्रिया निरस्त करने की मांग को लेकर छात्र सोमवार से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के सामने बेमियादी धरने पर बैठेंगे। वहीं, आयोग ने अभ्यर्थियों के विरोध का दरकिनार करते हुए दो दिन परीक्षा कराने की तैयारी शुरू कर दी है।
एक तरफ अभ्यर्थियों ने 11 नवंबर से आंदोलन की घोषणा की है और चेतावनी दी है कि आयोग जब तक एक दिन परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन का निरस्त करने का नोटिस जारी नहीं कर देता, तब तक वे धरने से नहीं उठेंगे। यह धरन आयोग के गेट नंबर-दो के सामने प्रस्तावित है। वहीं, आयोग के सचिव अशोक कुमार ने परीक्षा की तैयारी के लिए सभी जिलाधिकारियों (नोडल अधिकारियों) की 21 नवंबर को बैठक बुला ली है।
धरने में यूपी समेत दिल्ली, एमपी, बिहार, उत्तराखंड व अन्य राज्यों से अभ्यर्थी शामिल होंगे। अभ्यर्थियों की ओर से घोषित धरना- प्रदर्शन के मद्देनजर आयोग परिसर के आसपास पुलिस बल की तैनाती की व्यवस्था की गई है। अभ्यर्थी किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। हालांकि, अभ्यर्थियों ने शांतिपूर्ण तरीके से धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की है। इसके लिए पुलिस प्रशासन से भी अनुमति मांगी गई।
बेमियादी धरना आज से
पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा दो दिन कराए जाने और एक समान मूल्यांकन के लिए नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) लागू किए जाने के विरोध में अभ्यर्थियों का बेमियादी धरना सोमवार से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के गेट नंबर-दो के सामने शुरू होने जा रहा है।
इन जिलों में परीक्षा प्रस्तावित
आगरा, अलीगढ़, अयोध्या, आजमगढ़, वांदा, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, बिजनौर, बदायूं, बुलंदशहर, देवरिया, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, गाजीपुर, गोंडा, गोरखपुर, हरदोई, हाथरस, जौनपुर, झांसी, ज्योतिबा फुले नगर (अमरोहा), कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, मैनपुरी, मथुरा, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, रायबरेली, सहारनपुर, शाहजहाँपुर, सीतापुर, सुल्तानपुर, वाराणसी।