India News UP(इंडिया न्यूज़),UP School News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की पहचान के लिए उनके फोटो फ्रेम लगाने का आदेश दिया था, ताकि स्कूल के शिक्षकों और अन्य स्टाफ की जानकारी सार्वजनिक हो सके। सरकार ने इस योजना के तहत प्रति शिक्षक, शिक्षामित्र, और
अनुदेशक के लिए 150 रुपये की धनराशि मार्च महीने में ही सभी स्कूलों को भेजी थी, कुल 11.26 करोड़ रुपये की राशि सभी विद्यालयों को आवंटित की गई थी। आदेश के अनुसार, हर स्कूल में “हमारे शिक्षक” नामक फोटो फ्रेम लगाकर शिक्षकों की फोटो, नाम, शैक्षिक योग्यता, तैनाती की तारीख, मोबाइल नंबर, और आवंटित विषय जैसी जानकारी प्रदर्शित की जानी थी।देरी के कारण हो सकती है कार्रवाई
लेकिन सात महीने बाद भी कई स्कूलों में इस आदेश का पालन नहीं हुआ है। इसके चलते सरकार ने जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से इसकी रिपोर्ट मांगी है और बार-बार चिट्ठी भेजने के बाद भी पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। इस देरी के कारण अब स्कूलों पर कार्रवाई की जा सकती है।
ये है फोटो फ्रेम लगाने का उद्देश्य
फोटो फ्रेम लगाने का उद्देश्य यह था कि निरीक्षण के दौरान शिक्षकों की पहचान आसानी से हो सके और अभिभावक भी स्कूल में कार्यरत शिक्षकों और उनके योगदान के बारे में जान सकें। जिन स्कूलों ने इस आदेश का पालन नहीं किया है, उनके प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा जाएगा, और संभवतः उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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