देश के निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। 2026 में निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के औसत वेतन में लगभग 9 प्रतिशत तक बढ़ोतरी होने की संभावना जताई गई है। यह जानकारी वैश्विक सलाहकार कंपनी मर्सर (Mercer) की ताजा वेतन सर्वेक्षण रिपोर्ट 2026 में सामने आई है।
वेतन के साथ बोनस और परफॉर्मेंस पर फोकस
मर्सर रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियां अब केवल मासिक वेतन बढ़ाने तक सीमित नहीं हैं। वे कर्मचारियों को बोनस, कौशल (Skills) और प्रदर्शन (Performance) के आधार पर अतिरिक्त लाभ देने की रणनीति अपना रही हैं।
इसका मकसद प्रतिभाशाली कर्मचारियों को लंबे समय तक संगठन से जोड़े रखना है।
नए श्रम कानूनों से कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में लागू हो रहे नए श्रम कानूनों (New Labour Laws) से कर्मचारियों की:
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सामाजिक सुरक्षा
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स्वास्थ्य सुविधाएं
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पेंशन और बीमा लाभ
पहले से अधिक मजबूत होंगे। इससे निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को भी सरकारी कर्मचारियों जैसी सुविधाओं के करीब पहुंचने में मदद मिलेगी।
सिर्फ सैलरी नहीं, बेहतर करियर अनुभव भी प्राथमिकता
मर्सर की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनियां अब कुल कर्मचारी अनुभव (Employee Experience) पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं। इसमें शामिल हैं:
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करियर ग्रोथ के अवसर
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स्किल डेवलपमेंट और ट्रेनिंग
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वर्क-लाइफ बैलेंस
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फ्लेक्सिबल बेनिफिट्स
कंपनियां ऐसी वेतन और लाभ संरचना बना रही हैं, जिससे कर्मचारी को सिर्फ पैसा ही नहीं, बल्कि भविष्य में आगे बढ़ने के अवसर भी मिलें।
किन सेक्टर्स में ज्यादा बढ़ोतरी की उम्मीद?
विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले समय में इन सेक्टर्स में सैलरी ग्रोथ ज्यादा देखने को मिल सकती है:
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आईटी और टेक्नोलॉजी
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फाइनेंस और बैंकिंग
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हेल्थकेयर
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मैन्युफैक्चरिंग
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ग्रीन एनर्जी और डिजिटल सर्विसेज
कर्मचारियों के लिए क्या है संकेत?
यह रिपोर्ट संकेत देती है कि निजी क्षेत्र में काम करने वालों के लिए आने वाला समय बेहतर हो सकता है। यदि कर्मचारी नई स्किल्स सीखते हैं और प्रदर्शन पर ध्यान देते हैं, तो उन्हें सैलरी बढ़ोतरी और करियर ग्रोथ दोनों का फायदा मिल सकता है।