72825/बीएड,टैट->अदालत-पैरवी-सरकार-सफलता
सपनों को पाले सघर्षरत पाँच साल बीत गए,हम लगातार चलते जा रहे हैं किन्तु हम कितना भी चलें अपनी सफलता के क्षितिज की दूरी उतनी की उतनी ही है।।
सपनों को पाले सघर्षरत पाँच साल बीत गए,हम लगातार चलते जा रहे हैं किन्तु हम कितना भी चलें अपनी सफलता के क्षितिज की दूरी उतनी की उतनी ही है।।