नवीन पेंशन योजना (NPS) का कड़वा सच: जो हर शिक्षक पीने को होगा मजबूर, जिसे पढ़कर आपके रोंगटे हो जाएंगे खड़े

प्रिय प्रबुद्ध सम्मानित साथियों! आज श्री अशोक शाक्य जी (जिला संयोजक, श्रावस्ती) ने एक ऐसी जमीनी हक़ीक़त से रूबरू कराया, जिसने मेरे रोंगटे खड़े कर दिए। शाक्य जी द्वारा प्रस्तुत तथ्य में एक व्यक्ति 36 वर्ष नौकरी करने के बाद 2048 ई. में सेवानिवृत्त होगा और उसकी पेंशन मात्र 16856 रु

  प्रिय साथियों! किसी भी व्यक्ति की पेंशन की जो धनराशि सेवानिवृत्त के समय फिक्स होगी, वही धनराशि उसकी अंतिम साँस तक रहेगी। क्योंकि NPS का सारा खेल प्राइवेट कम्पनी के हाथ में है इसलिए उनपर वेतन आयोग की अच्छी से अच्छी रिपोर्ट का जरा भी प्रभाव नहीं पड़ेगा।

     प्रिय साथियों! आप आसानी से अंदाज़ा लगा सकते हैं कि जो व्यक्ति 2048 ई. में 16856 रु. पेंशन की धनराशि पर सेवानिवृत्त होगा और माना कि अमुक व्यक्ति 25 से 30 वर्ष जीवित रहता है तो सन 2075 - 76 ई. में जब मंहगाई सातवें आसमान पर होगी तब 16856 रु. प्रतिमाह की वैल्यू क्या होगी?



प्रिय मित्रों! आप जरा अकेले में बैठकर सोचें:------
दौर 2075 - 80
रु. मात्र 16856/ माह

सब्जी वाले ने भी आज मना कर दिया!

बुढ़ापे की दवा कैसे मंगाऊँ?
पुत्रवधू ने कहा! पापा दूधवाले को पेमेंट दे दो।

अख़बार आप पढ़ते हैं, आप ही पेमेंट किया करो।

मैं और मेरे बच्चे तो सारी न्यूज़ तुरंत मोबाइल/लैपटॉप/LCD पर ही देख लेते हैं।

आज नाती के हाथ पर रु. 500 का नोट ही रख दूँ क्या? कहीं पिछली बार की तरह फिर न मेरे मुँह पर मार कर चला जाये!

पोते के हाथ पर कितना रखूँ? दो तीन बार कम पैसे मिलने की वजह से अब तो वह हमारे पास भी नहीं आता!

रात भर खांसते - खांसते दम सी निकलती है! लेकिन कोई पास फटकता ही नहीं है!

समझ में नहीं आता कि नाती - पोतों को ईद/दीवाली पर कितने पैसे दूँ?

दादा जी से सुना था कि फ़क़ीर/साधु दरवाज़े से भूखे न जाने पाएं! अब दरवाज़ा छोड़कर कहाँ जाएं?

पुत्रबधू की छोटी - छोटी बातें बेटे को कहाँ तक बताऊँ?

अब
समझ में नहीं आता कि मेरे जीने का मक़सद क्या है?

अब तो शरीर में इतनी भी ताकत नहीं है कि आत्महत्या करने के लिए किसी कुँए तक या सल्फास की दुकान तक पहुँच सकूँ।

अकेला होता तो सारा दर्द सह लेता, लेकिन जीवन साथी का दर्द अब नहीं सहा जाता!(जिसने सुख-दुःख में मेरा साथ दिया, आज हम जीते जी उसके साथी न हुए)

ऐसी ज़िन्दगी पर 500 घड़े पानी।
ऐसी ज़िन्दगी पर धिक्कार है!

     प्रिय साथियों! क्या आप रोंगटे खड़े कर देने वाले इसी दिन का इंतज़ार कर रहे हैं? यक़ीनन आपका उत्तर होगा:----
          
 नहीं! नहीं! नहीं! नहीं नहीं!
     तो प्रिय मित्रों!-----
"एक कदम आगे बढ़ाएं,
     दीन हीन पेंशन विहीन से हाथ मिलाएं।
सरकार से OPS बहाल कराएं,
     बुढ़ापे का सम्मान बचाएं।।"
💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻
     सादर निवेदन के साथ।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आपका पेंशन विहीन साथी
       सुफियान अहमद
        जिला संयोजक
अटेवा-पुरानी पेंशन बचाओ मंच
             कन्नौज
💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻जय युवा,  जय अटेवा


All Teachers Employees Welfare Association,UP
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जन आंदोलन में सहयोग करें ताकि आपका और हमारा बुढ़ापा सम्मान के साथ गुज़रे
घुट घुट कर नही।
🙏🏻

साथियों ध्यान रहे
समय एक सा नही रहता...

निवेदक
आपका अनुज
रवि कान्त सिंह मौर्य
 (7398848586)
जिला संयोजक
अटेवा-सोनभद्र
🙏🏻🙏🏻
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