परिषदीय विद्यालयों में शिक्षण सत्र के परिवर्तन से 31 मार्च 2016 तक सेवा विस्तार पाने वाले अध्यापकों की पेंशन निर्धारण का मामला असमंजस में फंसा : वित्त नियंत्रक ने सचिव बेसिक शिक्षा से 8 बिन्दुओं पर मार्गदर्शन मांगा

जागरण संवाददाता फर्रूखाबाद : परिषदीय विद्यालयों में शिक्षण सत्र के परिवर्तन से 31 मार्च 2016 तक सेवा विस्तार पाने वाले अध्यापकों की पेंशन निर्धारण का मामला असमंजस में फंसा है। सेवा विस्तार की अवधि में 10 वर्ष की सेवा पूर्ण कर लेने वाले शिक्षकों ने चयन वेतनमान दिए जाने की भी मांग कर दी है।
2015 में रिटायर हुए कई शिक्षकों को शिक्षण सत्र अप्रैल से शुरू होने के कारण सत्र 2015-16 समाप्त होने तक सेवा विस्तार दे दिया गया था। कई अध्यापक तो ऐसे थे, जिनकी 2015 में पेंशन भी स्वीकृत हो गई थी और बाद में जुलाई में सेवा विस्तार मिलने पर वह पुन: पढ़ाने लगे। बाद में यह शिक्षक 31 मार्च 2016 को सेवानिवृत हो गये। अब इन्हें पेंशन व अन्य वेतन लाभ दिए जाने को लेकर कई ¨बदुओं पर असमंजस की स्थिति है।

सेवा विस्तारित शिक्षकों को जुलाई 2015 की अनुमन्य वेतन वृद्धि देय होगी या नहीं, इस पर भी निर्णय नहीं हुआ। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इन शिक्षकों की पेंशन, वेतन वृद्धि आदि को लेकर दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद के वित्त नियंत्रक ने सचिव बेसिक शिक्षा से 8 ¨बदुओं पर मार्गदर्शन मांगा है। निर्देश आते ही पेंशन व वेतन प्रकरण निस्तारित किए जाएंगे।
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