क्या हिमांशु राणा ...अगर 5 oct को निर्णय दे दिया तो शि मि केस अलग होने से तुम्हें याची राहत कैसे मिलेगा

शि मि से केस डी टैग होने के बाद कोर्ट तुम लोगो को याची राहत देगा ।अगर 5 oct को निर्णय दे दिया तो शि मि केस अलग होने से तुम्हें याची राहत कैसे मिलेगा ।सरकार ने अपने केस से शि मि केस अलग करके ये सम्भावना शायद खत्म कर दी है ।
ये तो सब समझ रहे है कि शि मि को सरकार के साथ साथ दिपक मिश्रा जी भी पूरा सपोर्ट कर रहे है ।क्यों की उनके कार्य कलाप से ये ही पता लगता है ।उन्होने सबसे पहले शि मि को डेट देकर अलग कर दिया अब तुम रह गये देखते कि याची राहत मिलेगी ।ये क्या गारंटी है कि वो 5oct को फैसला सुना देगे । वाकई तुम लोग शिक्षामित्रों के केस में हाथ डालकर अपने बाप से पंगा लेने का काम किए हो यदि वाकई तुम लोग शिक्षामित्रों से पंगा ना ले कर अपने हक की लड़ाई लड़े होते सरकार से तू आज शायद तुम में से कुछ लोगों को नौकरी मिल गई होती लेकिन तुम लोग शिक्षामित्रों को हटाने के चक्कर में अपने मित्रों से गद्दारी का क** किए हो क्योंकि तुम जानते थे कि अभि जॉब मिलेगी नहीं और बिना शिक्षामित्रों पर केस किए तुम लोग करोडपति हो नहीं सकते इसलिए तुम लोग जानबूझकर बेरोजगारों को उलझाए क्योंकि करोड़पति बनने का इसे सरल रास्ता और कहीं नहीं था और धोखे से तुम लोग अपने मैटर में शिक्षामित्रों को घसीट लिए और 72000 की पैरवी करने वाले सभी नेता जानते थे कि बिना शिक्षा मित्र पर केस किए तुम लोग को भरपूर पैसा नहीं मिलेगा इसलिए तुम सारे टेट नेताओं ने मिलकर ऐसा प्लानिंग किया की सीधे-सीधे करोड़पति बनने का एक बिजनेस ही तैयार कर लिया और अब तुम लोग वाकई करोड़ों में खेल रहे हो लेकिन तुम्हारे मूर्खांची जो आज भी प्राइमरी में अयोग्य घोषित किए जा chuke हैं फिर भी उन को झूठे सपने दिखा rhe ho
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines