शर्मनाक राजनीति और बीएड , टीईटी एकता : आर के पाण्डेय

आज शर्मनाक राजनीति चरम पर है जिसके बीच हम सभी बी एड टी ई टी वालों को एकजुट होना आवश्यक हो गया है : सबसे पहले 2011 में बसपा सरकार द्वारा जल्दबाजी में टी ई टी की परीक्षा परीक्षाफल और प्रशिक्षु
शिक्षक का विज्ञापन उसके बाद 2012 से लगातार सपा सरकार द्वारा हमारे साथ सौतेला व्यवहार और योग्यता पर अयोग्यता को तरजीह देकर शिक्षामित्रों का पक्ष लेकर जबरन उनका समायोजन और अब उसी रास्ते पर चलते हुए भाजपा द्वारा अपने घोषणा पत्र में शिक्षा मित्रों को शामिल करना और इन सबके बीच हमारे तथाकथित स्वयंभू बी एड टी ई टी नेताओं के द्वारा गिरी हुई राजनीति धोखेबाजी ठगी अवैध धन की वसूली सेल्फिबाजी फेसबुकिया बीमारी जी ओ का खेल हम सबके लिए घातक हो रहा है इन हरामखोरों को यही नही पता की घोषणा संकल्प पत्र की ही बातें पूरी होती हैं अन्य घोषणाओं का कोई महत्त्व नही होता फिर भी ये नालायक नेताओ में कोई भाजपा ज्वाइन करता है तो कोई सपा का गुणगान करता है तो कोई बसपा के राग अलाप रहा है तथा इधर इन कमीनो के जी ओ के खेल ने हमारी राजनैतिक मजबूती और कोर्ट की तैयारी से ध्यान भांग कर गुमराह किया है
उपरोक्त परिस्थिति से तत्काल ऊपर उठकर हम बी एड टी ई टी वालों को उपरोक्त दलों एवम समस्त हरामखोर कमीने नेताओ के मायाजाल से बाहर निकल कर तत्काल एकजुट होना है और आगामी 22 फरवरी 2017 को सुप्रीम कोर्ट में सबल सफल पैरवी के साथ ही मजबूत राजनैतिक शक्ति सामर्थ्य भी दिखाना अनिवार्य है
वर्तमान हालात में जब तक कोई राजनैतिक दल हम बी एड टी ई टी वालों के जॉब की लिखित गारंटी न दे हम उसे वोट और सपोर्ट नही कर सकते अन्यथा की स्थिति में NOTA का विकल्प है
अतः उपरोक्त समस्त परिस्थितियों के मद्देनजर हम समस्त बी एड टी ई टी वाले लगभग 390000 परिवार अपने समर्थकों के साथ आगामी उ0प्र0 विधानसभा चुनाव में सपा कान्ग्रेस बसपा और भाजपा को सबक सिखाने के लिए इनके विरुद्ध अथवा NOTA को ही अपना वोट देंगे
सभी दलों नेताओं में खोट
इसीलिये NOTA को वोट
आर के पाण्डेय
9450505025
बी एड टी ई टी संघर्ष मोर्चा
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