प्रमुख सचिव का घेराव कर शिक्षामित्रों का हंगामा , तीखी नारेबाजी

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : समायोजित शिक्षामित्रों ने गुरुवार को मुख्यालय पर जमकर हंगामा काटा। प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश सरकार को ज्ञापन देने पहुंचे शिक्षामित्र काफी देर तक उनके सभाकक्ष से बाहर न आने पर भड़क गए।
नारेबाजी के दौरान एक महिला शिक्षामित्र बेहोश हो गई। इसे आनन-फानन में अधिकारी उपचार के लिए लेकर दौड़े। इसके बाद शिक्षामित्रों का आक्रोश भड़क गया। मौके को देख प्रमुख सचिव खुद बैठक छोड़कर बाहर आए तथा शिक्षामित्रों से ज्ञापन लेकर उन्हें आश्वासन दिया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शिक्षक पद से हटाए गए समायोजित शिक्षामित्रों ने फिर से मुख्यालय पर धरना शुरू कर दिया है। तीन दिन से धरना दे रहे शिक्षामित्रों को जब गुरुवार को मुख्यालय पर प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश सरकार जितेंद्र ¨सह द्वारा बैठक करने की जानकारी मिली तो उनके घेराव की योजना बनाई। धरना स्थल से उठकर 11 बजे शिक्षामित्र कलक्ट्रेट सभागार के बाहर पहुंच गए। अंदर प्रमुख सचिव प्रशासन के साथ बैठक कर रहे थे। शिक्षमित्रों ने बाहर हंगामा शुरू कर दिया। साढ़े 12 बजे तक सचिव के बाहर न आने पर शिक्षामित्र भड़क गए। तीखी नारेबाजी करने लगे। इस दौरान धूप एवं गर्मी से शिक्षामित्रों की तबियत खराब होने लगी। राधा वर्मा तो बेहोश होकर गिर गई। महिला शिक्षामित्र के बेहोश होते ही शिक्षामित्र गुस्सा गए। तीखी नारेबाजी शुरू कर दी। सिटी मजिस्ट्रेट ने अपनी गाड़ी से महिला शिक्षामित्र को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया। इधर धर्मेंद्र कुशवाहा सहित अन्य शिक्षामित्रों की भी तबियत खराब हो गई। इन्हें साथियों ने छांव में बैठाया। हंगामा बढ़ने की खबर अंदर पहुंची तो पुलिस अधिकारियों ने बाहर आकर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद प्रमुख सचिव बाहर आए तथा शिक्षमित्रों का ज्ञापन लिया। शिक्षामित्रों ने सम्मान लौटाने की मांग की। ज्ञापन देने के बाद शिक्षामित्र वापस धरना स्थल पर पहुंच गए। जहां शाम पांच बजे तक धरना जारी रहा।
नौकरी नहीं तो फांसी दो..:
शिक्षामित्र तीखी नारेबाजी कर रहे थे। शिक्षक पूरा नाम चाहिए, भीख नहीं सम्मान चाहिए.. जैसे नारों के साथ में योगी सरकार के भी खिलाफ जमकर गरजे। धरना प्रदर्शन एवं घेराव कार्यक्रम में श्रीओम यादव, नीरज चौहान, राजेश कुमार, धर्मेंद्र कुशवाहा, चंद्रभान वर्मा, मान ¨सह, साहूकार, संदीप राजपूत, रामेश्वर ¨सह तोमर, श्रीपाल ¨सह, सीता देवी, वंदना शर्मा, आकांक्षा शर्मा, कुसुम वर्मा, प्रेमवती यादव आदि उपस्थित थे।
जो स्कूल जा रहे हैं, उनकी होगी तलाश :
समायोजित शिक्षामित्रों के धरने में जिले के 90 फीसद शिक्षामित्र आ रहे हैं। असमायोजित शिक्षामित्र भी गुरुवार को काफी संख्या में धरना स्थल पर पहुंचे। इधर इसके बाद भी कई शिक्षामित्र ऐसे हैं जो धरना स्थल पर नहीं आ रहे। कुछ के स्कूल जाने के संबंध में भी सूचनाएं मिल रही हैं। धरना स्थल पर भी यह मुद्दा गूंजा। मंच से कहा गया कि जो भी हमारे भाई स्कूल जा रहे हैं वह स्कूल न जाएं। उन्होंने स्कूल जाना बंद नहीं किया तो फिर शिक्षामित्र स्कूलों में पहुंच कर उन्हें जबरन रोकेंगे।
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