इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की छह मई को
प्रस्तावित एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा टलने के पूरे आसार नजर आ रहे
हैं। ओवरएज अभ्यर्थियों से आवेदन लिए जाने के हाईकोर्ट के आदेश के बाद आयोग
ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
हाईकोर्ट ने यह आदेश भी दिया है कि जिन
अभ्यर्थियों के पास इंटरमीडिएट में संस्कृत विषय नहीं था, उनका आवेदन भी
स्वीकार किया जाए। इस पर भी आयोग ने स्थिति स्पष्ट नहीं की है।
एलटी
ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए 2016 में विज्ञापन जारी कर आवेदन लिए गए थे। इस
परीक्षा को निरस्त कर दिया गया। अब यह परीक्षा दो साल बाद कराई जा रही है।
इन दो वर्षों में बहुत से अभ्यर्थी अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष को पार कर चुके
हैं। हाईकोर्ट ने ऐसे अभ्यर्थियों का आवेदन स्वीकार किए जाने का आदेश दिया
है। इसके अलावा हिंदी विषय में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी यह मांग भी कर
रहे थे कि इंटर में संस्कृत विषय की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए।
हाईकोर्ट का आदेश है कि जिन अभ्यर्थियों के पास इंटर में संस्कृत विषय नहीं
था, उनका आवेदन भी स्वीकार किया जाए। आवेदन की अंतिम तिथि 16 अप्रैल
निर्धारित की गई है। आयोग ने अभी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। आयोग आवेदन
की तिथि बढ़ता है या नहीं, इस पर आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्य निर्णय लेंगे।
परीक्षा छह मई को प्रस्तावित है। इन परिस्थितियों में छह मई को परीक्षा का
आयोजन मुश्किल नजर आ रहा है। आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि शिक्षक
भर्ती से जुड़ी आवेदन प्रक्रिया एवं अन्य मुद्दों पर आयोग की बैठक में ही
निर्णय लिया जाएगा।
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