मा० सर्वोच्च न्यायालय द्वारा IA 2 & 3/2015 हिमांशु राणा व अन्य बनाम यूनियन ऑफ इंडिया व अन्य पर दि० 27 जुलाई को पारित निर्देशों के अनुपालन में दि० 12 सितम्बर को मा० मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, इलाहबाद की अध्यक्षता में गठित पूर्ण पीठ द्वारा ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए, "शिक्षामित्रों के शिक्षक पद पर समायोजन" को असंवैधानिक घोषित कर रद्द कर दिया गया हैं!
पूर्ण पीठ के उपरोक्त आदेश के विरुद्ध आज मा० सर्वोच्च न्यायालय में बहुप्रतीक्षित स्टेट ऑफ़ उत्तर प्रदेश की SLP के साथ अब तक 14 'विशेष अनुमति याचिकायें' दाखिल हो चुकी हैं! अगले सप्ताह के शुक्रवार (अर्थात 27 नवम्बर को) समस्त याचिकाओं पर सुनवाई संभावित हैं!
जैसा कि आप सभी को पूर्व में ही अवगत करा चुका हूँ कि 72825 विज्ञापित शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया से अधिक बी०एड० प्रशिक्षित व टेट परीक्षा उत्तीर्ण साथियों का प्राथमिक शिक्षक पद पर नियुक्ति, शिक्षामित्रों के शिक्षक पद पर किये गये समायोजन को मा० सर्वोच्च न्यायालय से पूर्ण रूप से रद्द कराए बगैर संभव नहीं होगा!
पूर्व में आप सभी के आशीर्वाद से हमने आपकी IA 2 & 3/2015 हिमांशु राणा व अन्य बनाम यूनियन ऑफ इंडिया व अन्य पर प्रदेश सरकार की मनमानी/तानाशाही से पुर्णतः असंवैधानिक तरीके से किये जा रहे शिक्षामित्र समायोजन पर दि० 06 जुलाई को मात्र 5 मिनट में स्थगनादेश लेकर पूरे प्रदेश को आश्चर्यचकित कर दिया था! तत्पश्चात दि० 27 जुलाई को सरकार व शिक्षामित्रों के पक्ष में खड़े दर्जनों विद्वान् वरिष्ठ अधिवक्ता भी समायोजन से स्थगनादेश हटवाने में सफल न हुए और अंततः भारत के न्यायिक इतिहास में पहली बार मा० सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पूर्ण पीठ के अध्यक्ष को नामित कर मा० उच्च न्यायालय में वर्षों से विचाराधीन याचिकाओं को आपके अधिवक्ता श्रीमान आनंद नन्दन जी के विशेष प्रयासों से मात्र 6 दिवस में निस्तारित करा कर समायोजन रद्द कराया गया हैं! भारतीय न्यायिक इतिहास में यह पहला और शायद अंतिम आदेश होगा जिससे लगभग 1.72 लाख लोगों की नौकरी एक झटके में असंवैधानिक घोषित होकर रद्द कर दी गयी हैं! जिससे एक पूर्ण बहुमत सरकार भी लाचार हो चुकी हैं!
वर्तमान में प्रदेश सरकार व शिक्षामित्रों ने अपने शिक्षक पद पर किये गये समायोजन को बचाने के लिए 15 याचिकायें दाखिल कर देश के विद्वान वरिष्ठ अधिवक्ताओं की फ़ौज द्वारा अपने पक्ष को रखने की पुख्ता तैयारी कर रखी हैं! एक बार पुनः हमें इन नापाक मंसूबो पर विजय पानी होगी! क्योंकि यह हमारे सुनहरे भविष्य की राह में एकमात्र बाधा हैं!
मैं अपने सभी शुभचिंतकों, जिलाप्रतिनिधियों, मित्रों व अपने भविष्य/रोजगार के प्रति गंभीर साथियों से आग्रह करता हूँ कि तत्काल सक्रीय होकर इस ऐतिहासिक संघर्ष में प्रतिभागी बने व अपना अंशदान भाई जितेन्द्र सिंह सेंगर जी के खाते में उपलब्ध कराए!