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अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण चाहने वाले शिक्षक का दर्द बयां करती यह कविता : एक बार जरूर पढ़ें

ऐ! सरकार तुम्हारा क्या जाता है ,
ऐ! सरकार तुम्हारा क्या जाता है ।
हैं कई सारी छुट्टियाँ और वेतन भी भरपूर है ,
फिर भी हम खुश नहीं घर बड़ी ही दूर हैं ।

लेशमात्र सामाजिक प्रतिष्ठा और चंद कागज के टुकड़े ,
इन दोनों के लालच में हम हैं घर से दूर पड़े ।

हैं कईयों दुःख और कईयों हमारे दर्द हैं ,
न हैं हम महिला वर्ग से न ही रिश्वती मर्द हैं ।

गृह जनपद में करें नौकरी ये हमारा सपना है ,
गैर जनपद के लोगों में कोई न मेरा अपना है ।

हर दिन हर पल मुझे घर ही याद आता है ,
कर दो न स्थानांतरण
ऐ! सरकार तुम्हारा क्या जाता है ,
ऐ! सरकार तुम्हारा क्या जाता है ।

घर में बैठी बूढ़ी माँ पल - पल याद करती है ,
भरी हुई आँखों से पत्नी भी  राह तकती है ।

प्यारी परी जो मुझको फोन मिलाती है ,
उसकी बात सुनकर आवाज भर आती है ।


छोटा सा बच्चा हर कोने में मुझे ढूँढता है ,
पापा कब आएँगे ये स्वर घर में गूँजता है ।

बीमार हैं पिता ये सुनकर मन घबराता है ,
कैसे करूँ सबकी सेवा ये ख्याल हरपल आता है ।
देखो शिक्षक केवल एक ही चीज चाहता है ,
कर दो न स्थानांतरण
ऐ! सरकार तुम्हारा क्या जाता है ,
ऐ! सरकार तुम्हारा क्या जाता है ।

गैर जनपद में हमें बावर्ची बनना पड़ता है ,
माँ तुझ से दूर रहना मुझको बहुत हड़ता है ।

कभी सब्जी में नमक तेज , कभी दाल में पानी ,
मुझ जैसे अनाड़ी से चाय भी करे शैतानी ।

विद्यालय से लौटकर कमरे पर जब हम आते हैं ,
चारदीवारी की सन्नाटे हमें नोंच नोंच खाते हैं ।

यहाँ न हैं वो यार दोस्त , न रही वो अड्डेबाजी ,
हर अच्छे बुरे पल का मोबाइल बना है साझी ।

गैर जनपद में शिक्षक घुट घुटकर रह जाता है ,
कर दो न स्थानांतरण
ऐ! सरकार तुम्हारा क्या जाता है ,
ऐ! सरकार तुम्हारा क्या जाता है ।

पोलियो अभियान में हमने अवकाशों को गंवाया है ,
गैर जनपद में हमने हथेली पर सरसों जमाया है ।

कभी एनपीआरसी तो कभी बीएसए ने हमें धमकाया है ,
कभी - कभी तो प्रधान ही हम पर गुर्राया है ।

तीन वर्षों से वादों ने मुझे बड़ा सताया है ,
हो जाएगा स्थानांतरण ये कहकर दिल को बहलाया है ।

पर अब ये दिल भी बगावत पर उतर आया है ,
करो तुम आंदोलन ये दिल ने ही समझाया है ।

वो तख्तो ताज बदल जाते हैं जहाँ शिक्षक आँसू बहाता है ,
कर दो न स्थानांतरण
ऐ! सरकार तुम्हारा क्या जाता है ,
ऐ! सरकार तुम्हारा क्या जाता है ।

✍अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण चाहने वाला प्रत्येक शिक्षक।
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