फर्जी शिक्षकों पर बर्खास्तगी की तलवार , मच गई खलबली

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: परिषदीय विद्यालयों में हुई 333 शिक्षकों की भर्ती में 11 शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी निकलने के बाद अब इन शिक्षकों की बर्खास्तगी की तैयारी की जा रही है। इन्हें बर्खास्त करने के साथ ही इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी और जेल भेजा जाएगा।
प्रशासन के तेवरों से फर्जी शिक्षकों में खलबली मच गई है।
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सितंबर 2015 में जिले में शुरू हुई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में 333 गणित और विज्ञान के शिक्षकों की नियुक्तियां तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षाधिकारी हरकेश यादव ने की थीं। इन नियुक्तियों में 11 फर्जी शिक्षक भी नियुक्त हो गए थे। इनके शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) के प्रमाण पत्र फर्जी थे। जल्दबाजी में हुई इन भर्तियों में कई स्तर पर अनियमितताएं बरती गईं। नियुक्ति के बाद भी बगैर सत्यापन शिक्षकों का वेतन भी निकाल दिया गया। मामले की शिकायत पर हुई जांच के बाद फर्जीवाड़ा सामने आया। दो शिक्षक और एक शिक्षिका अभी तक इस मामले में इस्तीफा दे चुके हैं। अब इनके विरुद्ध जिला प्रशासन ने एफआइआर दर्ज करने के साथ ही बर्खास्तगी की तैयारी शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग के अधिकारी पूरे मामले में विधि विशेषज्ञों से भी सलाह ले रहे हैं।
गैर जिलों से आए शिक्षकों के दस्तावेजों की होगी जांच वर्ष 2011 से अब तक गैर जिलों से स्थानांतरित होकर आए 121 शिक्षकों में भी कई शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी होने की आशंका है। इन शिक्षकों के दस्तावेजों की एक बार फिर जांच कराने का विभाग ने फैसला किया है। गैर जिलों से स्थानांतरित होकर आने वाले शिक्षकों में से कई के टेट प्रमाण पत्रों में गड़बड़ी होने के आरोप पहले भी लगते रहे हैं।
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'ग्यारह शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी पाए जा चुके हैं। जांच प्रक्रिया तेजी से चल रही है। जिन शिक्षकों के दस्तावेजों में गड़बड़ी होने का शक है, उन सबकी जांच होगी। जल्द ही फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध कानूनी और विभागीय कार्रवाई होगी।'
भारती शाक्य, प्रभारी बीएसए।
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