परिवार की कलह, सपा के पतन की शुरुआत

अलीगढ़। समाजवादी पार्टी में तेज हुई अंदुरुनी रार से जिला इकाई में खामोसी है। तो वहीं समाजवादी पार्टी में बागी हुए लोगों के विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। भाजपाई इस सपा की अंदरूनी कलह को पार्टी का पतन मान रहे हैं।

सपाइयों की बोलती बंद
सपा में चल रही कलह पर सपा से ब्लॉक प्रमुख रह चुके तेजवीर सिंह का कहना है। समाजवादी पार्टी में कोई कलह नहीं है। यह सब दिखावा है। जैसे-जैसे चुनावी समय नजदीक आएगा सब कुछ ठीक हो जाएगा। हालांकि यह पारिवारिक मामला है इस पर ज्यादा कुछ बोलना जल्दबाजी होगी। वहीं समाजवादी के नेता सुभाष लोधी का कहना है कि यह बड़े नेताओं के बीच का मामला है इस पर कुछ कहना सही नहीं है। बार-बार पूछने पर भी वह बात बदलते रहे।
पार्टी का पतन शुरू
इस पूरे मामले पर दूसरे दलों की तीखी प्रतिक्रिया आ रही है। भाजपा जिलाध्यक्ष चौधरी देवराज सिंह का कहना है कि समाजवादी पार्टी का पतन शुरू हो गया है। जब सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह की बात उनका सगा भाई और बेटा ही नहीं मान रहा है तो फिर जनता कैसे मानेगी। वहीं समाजसेवी रंजन सिंह राणा और अतुल राजा का कहना है कि सपा में परिवार का हर व्यक्ति मुख्यमंत्री बनना चाहता है, कुर्सी की लड़ाई है। चाचा-भतीजा के बीच अब लड़ाई सार्वजनिक हो गई है। अतुल का कहना है कि पार्टी के बड़े पांचो नेता आगामी चुनावों में खुद मुख्यमंत्री चेहरा बनने को लड़ रहे हैं।
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