शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने को गंभीर नहीं सरकार, प्राथमिक शिक्षक संघ ने दिया समर्थन

सीतापुर : मानदेय में बढ़ोत्तरी किए जाने की मांग को लेकर समायोजित एवं असमायोजित शिक्षामित्रों की भूख हड़ताल पांचवे दिन शुक्रवार को भी जारी रही। पांचवे दिन महमूदाबाद, पहला, रामपुर मथुरा, बिसवां, रेउसा, सकरन ब्लॉकों के शिक्षामित्रों ने भूख हड़ताल की।
शिक्षामित्र संदीप बाजपेयी ने कहा कि एक ओर जहां सरकार ने सप्तम वेतनमान लागू कर शिक्षकों व कर्मचारियों को तोहफा दिया। वहीं शिक्षामित्रों के मानदेय में बढ़ोत्तरी को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि 3500 रुपये प्रतिमाह के मानदेय पर शिक्षामित्र कार्य करने को विवश है। असमायोजित शिक्षामित्रों के प्रति प्रदेश सरकार की ओर से उचित निर्णय नहीं लिया गया, जिससे उनमें सरकार के प्रति घोर नाराजगी है। 1उन्होंने कहा कि जब तक मानदेय में बढ़ोत्तरी नहीं होती तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी। शुक्रवार को रिंकी देवी, गीता वर्मा, प्रभा देवी, दुर्गेश सिंह, बृजेश कुमार ने अनशन किया। इस मौके पर जय प्रकाश, आशुतोष दीक्षित, योगेंद्र अवस्थी, अंजलि देवी, सुरूचि सिंह, सुनैना देवी, उमा देवी, पुष्पा देवी आदि मौजूद रहे।
 प्राथमिक शिक्षक संघ ने दिया समर्थन

सीतापुर : प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष राजकिशोर सिंह, जिला मंत्री रवींद्र कुमार दीक्षित ने बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह को ज्ञापन देकर मांगों को लेकर संघर्षरत शिक्षामित्रों का समर्थन करते हुए मांगों का निस्तारण किए जाने की मांग की। 1पदाधिकारियों ने कहा कि प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत शिक्षा मित्र कई माह से मानदेय भुगतान, मानदेय वृद्धि, समायोजन को लेकर आंदोलनरत हैं। लेकिन इनकी मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा। इसको लेकर शिक्षामित्रों द्वारा मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन 31 दिसंबर को जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा। इसमें प्राथमिक शिक्षक संघ भी शामिल होगा। संगठन ने प्रत्येक विकास क्षेत्र से पदाधिकारियों को प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कहा है।

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