शिक्षामित्र ने खुद को किया आग के हवाले, बचाने आई पत्नी की भी मौत

बलरामपुर जिले के थाना सादुल्लाह नगर के नेवादा गांव में शिक्षामित्र अब्दुल वहीद ने अदालत के फैसले से परेशान होकर बीती रात अपने कमरे में खुद को आग के हवाले कर दिया। पति को जलते देख उसकी पत्नी अजबुल निशा उसे बचाने के लिए दौड़ी। बचाते समय वह गिर गई और बुरी तरह जख्मी हो गई।
शोर सुनकर दौड़े परिजनों ने दोनों को आनन फानन में स्वास्थ्य केंद्र सादुल्लानगर पहुंचाया। जहां पर डॉक्टरों ने अजबुल निशा को मृत घोषित कर दिया तथा शिक्षामित्र अब्दुल वहीद को गोंडा के लिए रेफर कर दिया । गोंडा पहुंचने पर इलाज शुरू हुआ ही था कि उसकी मौत हो गई । इस घटना के बाद से ही शिक्षामित्र काफी आक्रोशित हैं ।

इससे पहले गैंसड़ी शिक्षा क्षेत्र की एक महिला शिक्षामित्र की सदमे से मौत हो चुकी है । जानकारी के अनुसार, थाना सादुल्लाह नगर क्षेत्र के गांव नवादा में गुरुवार रात एक शिक्षामित्र की संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से मौत हो गई तथा उसकी पत्नी के सर में चोट लगने से उसी दौरान मौत हो गई । इस पूरे घटना के बाद जहां एक ओर परिवार में कोहराम मचा हुआ है वही गांव में मौत के कारणों पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं ।

बताया जा रहा है कि मृतक शिक्षामित्र अब्दुल वहीद शिक्षा क्षेत्र उतरौला के प्राथमिक विद्यालय अलावलपुर में बतौर सहायक अध्यापक तैनात थे और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद समायोजन रद्द होने पर अगले निर्णय का इंतजार कर रहे थे । मृतक शिक्षामित्र के पुत्र असजद ने बताया के गुरुवार की रात उसके पिता अब्दुल वहीद और मां अजबुल निशा घर के बरामदे में सोए थे तथा वह और उसकी बहन छत के ऊपर सोए हुए थे ।


आधी रात के बाद नीचे कुछ खटपट की आवाज सुनाई दी जिससे उतरकर नीचे आया तो देखा कि उसके पिता अब्दुल वहीद जल रहे हैं तथा मां अजबुल निशा नीचे बेहोश पड़ी हैं । यह नजारा देखकर सन्न रह गया तथा शोर मचाना शुरू किया । तभी उसके पिता जलते हुए घर से बाहर भागे और पास के एक मस्जिद में घुस गए शोर सुनकर आसपास के लोग भी दौड़कर आए और जलते हुए आग को किसी तरह बुझाया तब तक वह बुरी तरह जल चुके थे ।

गांव वालों की मदद से ऐम्बुलेंस बुलाई गई और दोनों को स्वास्थ्य केंद्र सादुल्लानगर ले जाया गया । जहां पर डॉक्टरों ने अजबुल निशा को मृत घोषित कर दिया तथा शिक्षा मित्र अब्दुल वहीद को गोंडा के लिए रेफर कर दिया । आनन फानन में परिजन अब्दुल वहीद को लेकर गोंडा जिला चिकित्सालय पहुंचे जहां इलाज शुरू होते ही उनकी मौत हो गई । मां-बाप दोनों की एक साथ मौत से बच्चों का बुरा हाल है तथा परिजन भी काफी सहमे हुए हैं । मौत को लेकर गांव में तरह-तरह की कयास लगाई जा रही है । कुछ लोग इसे नौकरी जाने का भय बता रहे हैं ।

मृतक के भाई अब्दुल मजीद ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद जब उन्हें पता चला शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द कर दिया गया है तभी से वह काफी परेशान रहते थे ।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines