सब जानते है माननीय सुप्रीम कोर्ट का निर्णय सही है?' और अगर टेट पास शिक्षा मित्रो को कोई परेशानी नही है तो आंदोलन की आड़ में अपनी अयोग्यता को झिपाना क्या सही है?
आम जनता को भी ये जानना चाहिए की आंदोलन की आड़ में जो ये खेल खेला जा रहा है यह भारतीय कानून व्यवस्था और भारतीय सविधान के खिलाफ है।
कुछ शिक्षा मित्र ये कहते है अब हम टेट नही पास कर सकते है तो उसका सीधा सा उत्तर ये है अभी 2 साल पहले ही आप ने दूरस्थ बीटीसी पूरा किया है और आप के ही जैसे बहुत से 'शिक्षा मित्र टेट पास करके पहले ही सहायक अध्यापक बन चुके है । और अभी आप में से ही 22 हजार 'शिक्षा मित्र' टेट पास है तो आप में और उनमें यहाँ अंतर कहाँ हो गया ।
आज वैज्ञानिक और आधुनिक युग में जब अमीर माँ बाप अपने बालको को पढ़ाने वाले अध्यापक की योग्यता को पूर्ण रूप से देखते है तो क्या गरीब माँ बाप के बच्चो को योग्य अध्यापक नही मिलने चाहिए ?
ये प्रश्न आम जनता के लिए है।
आप से सीधा से ये प्रश्न है क्या टेट कोई गुनाह है जिसको न देने के लिए 'शिक्षा मित्रो का संगठन आंदोलन करने जा रहा है ?
'शिक्षा मित्रो का निर्णय जब माननीय सर्वोचय न्ययालय से आया तो टेट पास 'शिक्षा मित्रो का संगठन मिठाई बॉट रहा था क्यू की उन्हें पता था कि माननीय सर्वोचय न्ययालय से उनके साथ न्याय होगा और वो योग्यता को सर्वोपरि मानेगा ।
माननीय सर्वोचय न्ययालय ने भी 'शिक्षा मित्रो को भी टेट पास कर के खुली भर्ती में आने के एक नही दो अवसर दिए है।
यूपी की जागरूक जनता से और साथ ही साथ सरकार से भी यह अपील है कि माननीय सर्वोचय न्ययालय और भारतीय सविधान की गरिमा को बनाये रखे वरना कल को इसी तरह हर बार एक बड़ा धड़ा आगे आकर माननीय सर्वोचय न्ययालय की गरिमा को गिराने का प्रयास करता रहेगा ।
और एक सबसे महत्वपूर्ण बात 'शिक्षा मित्र लोगो के लिए कृपया कर के आप सकारात्मक रूप से विचार करे ये देश आपका है यहाँ की न्यायपालिका पर विस्वाश को बनाये रखे और समाज में अपनी छवी को न गिराए ,आप एक शिक्षक और 'शिक्षक की मर्यादा को बनाये रखे ।
आदोंलन जब सत्य के लिए किया जाये तो वो देश के काम आता है और जब आंदोलन असत्य के लिए और न्यायपालिका पे चोट के लिए किया जाये तो वो देश के लिए सही नही है ।
और ये कभी मत सोंचिये की सरकार आपके खिलाफ है सरकार किसी के भी खिलाफ नही है सरकार सबके साथ है । सरकार को आपकी पूरी चिंता है पर इस देश में कानून और न्यायपालिका के दायरे में रहकर ही सरकार आपके हित में कार्य कर सकती है,और वो करेगी।
देश में माननीय सर्वोचय न्ययालय के और भारतीय सविधान के खिलाफ कोई भी आंदोलन को भारतीय जनता कभी नही सही कहेगी और आपके मूर्खतापूर्ण आंदोलन से आम नागरिक के जन जीवन पर भी सही असर नही पड़ेगा ।
जय हिंद जय भारत
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आम जनता को भी ये जानना चाहिए की आंदोलन की आड़ में जो ये खेल खेला जा रहा है यह भारतीय कानून व्यवस्था और भारतीय सविधान के खिलाफ है।
कुछ शिक्षा मित्र ये कहते है अब हम टेट नही पास कर सकते है तो उसका सीधा सा उत्तर ये है अभी 2 साल पहले ही आप ने दूरस्थ बीटीसी पूरा किया है और आप के ही जैसे बहुत से 'शिक्षा मित्र टेट पास करके पहले ही सहायक अध्यापक बन चुके है । और अभी आप में से ही 22 हजार 'शिक्षा मित्र' टेट पास है तो आप में और उनमें यहाँ अंतर कहाँ हो गया ।
आज वैज्ञानिक और आधुनिक युग में जब अमीर माँ बाप अपने बालको को पढ़ाने वाले अध्यापक की योग्यता को पूर्ण रूप से देखते है तो क्या गरीब माँ बाप के बच्चो को योग्य अध्यापक नही मिलने चाहिए ?
ये प्रश्न आम जनता के लिए है।
आप से सीधा से ये प्रश्न है क्या टेट कोई गुनाह है जिसको न देने के लिए 'शिक्षा मित्रो का संगठन आंदोलन करने जा रहा है ?
'शिक्षा मित्रो का निर्णय जब माननीय सर्वोचय न्ययालय से आया तो टेट पास 'शिक्षा मित्रो का संगठन मिठाई बॉट रहा था क्यू की उन्हें पता था कि माननीय सर्वोचय न्ययालय से उनके साथ न्याय होगा और वो योग्यता को सर्वोपरि मानेगा ।
माननीय सर्वोचय न्ययालय ने भी 'शिक्षा मित्रो को भी टेट पास कर के खुली भर्ती में आने के एक नही दो अवसर दिए है।
यूपी की जागरूक जनता से और साथ ही साथ सरकार से भी यह अपील है कि माननीय सर्वोचय न्ययालय और भारतीय सविधान की गरिमा को बनाये रखे वरना कल को इसी तरह हर बार एक बड़ा धड़ा आगे आकर माननीय सर्वोचय न्ययालय की गरिमा को गिराने का प्रयास करता रहेगा ।
और एक सबसे महत्वपूर्ण बात 'शिक्षा मित्र लोगो के लिए कृपया कर के आप सकारात्मक रूप से विचार करे ये देश आपका है यहाँ की न्यायपालिका पर विस्वाश को बनाये रखे और समाज में अपनी छवी को न गिराए ,आप एक शिक्षक और 'शिक्षक की मर्यादा को बनाये रखे ।
आदोंलन जब सत्य के लिए किया जाये तो वो देश के काम आता है और जब आंदोलन असत्य के लिए और न्यायपालिका पे चोट के लिए किया जाये तो वो देश के लिए सही नही है ।
और ये कभी मत सोंचिये की सरकार आपके खिलाफ है सरकार किसी के भी खिलाफ नही है सरकार सबके साथ है । सरकार को आपकी पूरी चिंता है पर इस देश में कानून और न्यायपालिका के दायरे में रहकर ही सरकार आपके हित में कार्य कर सकती है,और वो करेगी।
देश में माननीय सर्वोचय न्ययालय के और भारतीय सविधान के खिलाफ कोई भी आंदोलन को भारतीय जनता कभी नही सही कहेगी और आपके मूर्खतापूर्ण आंदोलन से आम नागरिक के जन जीवन पर भी सही असर नही पड़ेगा ।
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