लखनऊ (एसएनबी)। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का पूरा विवरण अब एक क्लिक पर मिल सकेगा। वेबसाइट पर क्लिक करने के बाद स्कूल की दूरी से लेकर उसमें उपलब्ध सुविधाएं
आदि की पूरी डिटेल मिलेगी यही नहीं वेबसाइट पर स्कूल का रिपोर्ट कार्ड भी उपलब्ध होगा।
ज्ञात हो उत्तर प्रदेश में लगभग एक लाख 58 हजार परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें करीब पौने दो करोड़ बच्चे भी पंजीकृत हैं। अभी तक बेसिक शिक्षा विभाग के पास एक जगह पर यह सारी जानकारी नहीं थी कि एक प्राइमरी स्कूल से दूसरे स्कूल से कितनी दूरी है तथा इनमें क्या-क्या सुविधाएं हैं। शौचालय व चहारदीवारी की क्या स्थिति है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र के काफी अन्दर बने स्कूलों की लोकेशन भी ट्रेस करने में समस्या उत्पन्न होती थी। दूरी ज्ञात न होने के कारण कभी-कभी एक किमी. के अन्दर ही दो-दो प्राइमरी स्कूल खुल जाते थे। इस समस्या से निपटने के लिए केन्द्र सरकार ने पूरे देश में परिषदीय स्कूलों की जीआईएस मैपिंग का निर्देश जारी किया था। बेसिक शिक्षा विभाग ने काफी पहले स्कूलों को ऑनलाइन करने का काम शुरू किया था। अब पहले चरण के जीआईएस मैपिंग का काम पूरा हो गया है। इसके तहत वर्ष 2015-16 तक स्कूलों का पूरा विवरण अपलोड कर दिया गया है। जल्द ही दूसरे चरण में 2016-17 का डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। ुदर जीआईएस मैपिंग का बड़ा फायदा स्कूलों के लिए बनायी जाने वाली योजनाओं को मिलेगा। किन क्षेत्रों में नए स्कूल खोलने की जरूरत है या किस तरह के सुधार स्कूलों में करने है, इसकी योजना बनाते समय यह स्कूल मैपिंग काफी मददगार साबित होगा।
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आदि की पूरी डिटेल मिलेगी यही नहीं वेबसाइट पर स्कूल का रिपोर्ट कार्ड भी उपलब्ध होगा।
ज्ञात हो उत्तर प्रदेश में लगभग एक लाख 58 हजार परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें करीब पौने दो करोड़ बच्चे भी पंजीकृत हैं। अभी तक बेसिक शिक्षा विभाग के पास एक जगह पर यह सारी जानकारी नहीं थी कि एक प्राइमरी स्कूल से दूसरे स्कूल से कितनी दूरी है तथा इनमें क्या-क्या सुविधाएं हैं। शौचालय व चहारदीवारी की क्या स्थिति है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र के काफी अन्दर बने स्कूलों की लोकेशन भी ट्रेस करने में समस्या उत्पन्न होती थी। दूरी ज्ञात न होने के कारण कभी-कभी एक किमी. के अन्दर ही दो-दो प्राइमरी स्कूल खुल जाते थे। इस समस्या से निपटने के लिए केन्द्र सरकार ने पूरे देश में परिषदीय स्कूलों की जीआईएस मैपिंग का निर्देश जारी किया था। बेसिक शिक्षा विभाग ने काफी पहले स्कूलों को ऑनलाइन करने का काम शुरू किया था। अब पहले चरण के जीआईएस मैपिंग का काम पूरा हो गया है। इसके तहत वर्ष 2015-16 तक स्कूलों का पूरा विवरण अपलोड कर दिया गया है। जल्द ही दूसरे चरण में 2016-17 का डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। ुदर जीआईएस मैपिंग का बड़ा फायदा स्कूलों के लिए बनायी जाने वाली योजनाओं को मिलेगा। किन क्षेत्रों में नए स्कूल खोलने की जरूरत है या किस तरह के सुधार स्कूलों में करने है, इसकी योजना बनाते समय यह स्कूल मैपिंग काफी मददगार साबित होगा।
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