ब्यूरो,अमर उजाला, अलीगढ़। शासन के आदेश पर यहां बेसिक शिक्षा
विभाग ने डॉ. बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी, आगरा की फर्जी डिग्री से नौकरी
हासिल करने वाले शिक्षकों की छंटनी कर ली है। जिले में फर्जी डिग्रियों से
81 शिक्षकों ने नौकरी पाई।
चिन्हांकन होेने के बाद इन्हें अब नोटिस देने की तैयारी की जा रही है। बीएसए धीरेंद्र का कहना है कि फर्जी डिग्रियों से नौकरी पाने वाले शिक्षकों को पहले नोटिस दिया जाएगा और फिर इनकी बर्खास्तगी होगी। इनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।
डॉ.बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में बीएड सत्र 2004-05 में काफी बड़ा घोटाला हुआ था। तब काफी फर्जी डिग्री मोटी रकम लेकर सौंपी गई और काफी डिग्रियों में अंक भी बढ़ा दिए गए।
इस मामले को लेकर जब हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई तो हाईकोर्ट के आदेश पर इसकी जांच की गई। एसआईटी की जांच में यह बात सामने आई कि इस सत्र में चार हजार से ज्यादा बीएड की फर्जी डिग्री तैयार कर बांटी गई हैं। इन फर्जी डिग्री के सहारे अध्यापकों के पद पर नियुक्तियां भी हुई हैं। इसकी जांच एसआईटी ने की।
फर्जी डिग्री धारी शिक्षकों के नामों की सीडी सभी जिलों में भेजी गई थी। इसके बाद यहां भी सीडी के आधार पर उन शिक्षकों का चिन्हांकन होना शुरू हो गया, जोकि फर्जी डिग्री से मास्टर बने थे। यहां वर्ष 2005 की आगरा यूनिवर्सिटी से बीएड करने वाले शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्र की जांच की गई। सभी बीईओ ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी।
यह काम यहां लगभग पूरा हो गया है। इस जिले में 81 फर्जी डिग्री धारी शिक्षक मिले हैं। इसमें 53 की डिग्री तो पूरी तरह से फर्जी निकली, जबकि 28 की ऐसी मार्कशीट थी, जिनके मार्क गड़बड़ी कर बढ़ा दिए गए।
ब्लॉक स्तर पर भी इनकी छंटनी कर ली गई है। इसमें गंगीरी क्षेत्र में 19, टप्पल, चंडौस में चार-चार, अतरौली, इगलास व लोधा में नौ-नौ, धनीपुर में पांच, खैर में छह, इगलास में पांच, गोंडा में तीन, अलीगढ़ शहर में एक, अकराबाद में सात, जवां में तीन, बिजौली में दो शिक्षक फर्जी डिग्रीधारक मिले है। अब इनके खिलाफ नोटिस देने की तैयारी की जा रही है।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
चिन्हांकन होेने के बाद इन्हें अब नोटिस देने की तैयारी की जा रही है। बीएसए धीरेंद्र का कहना है कि फर्जी डिग्रियों से नौकरी पाने वाले शिक्षकों को पहले नोटिस दिया जाएगा और फिर इनकी बर्खास्तगी होगी। इनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।
डॉ.बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में बीएड सत्र 2004-05 में काफी बड़ा घोटाला हुआ था। तब काफी फर्जी डिग्री मोटी रकम लेकर सौंपी गई और काफी डिग्रियों में अंक भी बढ़ा दिए गए।
इस मामले को लेकर जब हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई तो हाईकोर्ट के आदेश पर इसकी जांच की गई। एसआईटी की जांच में यह बात सामने आई कि इस सत्र में चार हजार से ज्यादा बीएड की फर्जी डिग्री तैयार कर बांटी गई हैं। इन फर्जी डिग्री के सहारे अध्यापकों के पद पर नियुक्तियां भी हुई हैं। इसकी जांच एसआईटी ने की।
फर्जी डिग्री धारी शिक्षकों के नामों की सीडी सभी जिलों में भेजी गई थी। इसके बाद यहां भी सीडी के आधार पर उन शिक्षकों का चिन्हांकन होना शुरू हो गया, जोकि फर्जी डिग्री से मास्टर बने थे। यहां वर्ष 2005 की आगरा यूनिवर्सिटी से बीएड करने वाले शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्र की जांच की गई। सभी बीईओ ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी।
यह काम यहां लगभग पूरा हो गया है। इस जिले में 81 फर्जी डिग्री धारी शिक्षक मिले हैं। इसमें 53 की डिग्री तो पूरी तरह से फर्जी निकली, जबकि 28 की ऐसी मार्कशीट थी, जिनके मार्क गड़बड़ी कर बढ़ा दिए गए।
ब्लॉक स्तर पर भी इनकी छंटनी कर ली गई है। इसमें गंगीरी क्षेत्र में 19, टप्पल, चंडौस में चार-चार, अतरौली, इगलास व लोधा में नौ-नौ, धनीपुर में पांच, खैर में छह, इगलास में पांच, गोंडा में तीन, अलीगढ़ शहर में एक, अकराबाद में सात, जवां में तीन, बिजौली में दो शिक्षक फर्जी डिग्रीधारक मिले है। अब इनके खिलाफ नोटिस देने की तैयारी की जा रही है।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines