बहराइच. प्रदेश की बेसिक शिक्षा मंत्री के गृह जिले
बहराइच में ही शिक्षक महफूज नहीं हैं। दरअसल, बहराइच से दिल दहलाने वाली
घटना सामने आई है। यहां एक दबंग शिक्षिका ने एक महिला शिक्षामित्र का बाल
पकड़कर क्लास रूम में ही जमकर पीटा।
दबंग शिक्षिका ने उसे तब तक पिटती रही, जब तक की वह बेहोश नहीं हो गई। पीडि़ता महिला शिक्षामित्र का दोष सिर्फ इतना था कि उसने उपस्थिति पंजिका पर झूठी उपस्थिति दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया था। पीडि़ता को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। वहीं, आरोपी शिक्षिका के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई है। मामला चित्तौरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय ककरा नेवादा का बताया जाता है।
जमकर पीटा, बेहोश होने पर भागी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बेसिक शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में सरकारी स्कूलों और उनके टीचरों के हाल बद से बदतर साबित हो रहे हैं। जिले में टीचरों की लापरवाहियों की खबरें तो आम बात है, लेकिन शिक्षकों की पिटाई का मामला कम ही सामने आता है। लेकिन, बुधवार को शिक्षा के मंदिर में ही एक शिक्षिका की जमकर पिटाई कर दी गई। खास बात यह रही कि इस दौरान अन्य शिक्षक भी मौजूद रहें, लेकिन किसी ने बोलने की हिम्मत नहीं जुटाई।
एक माह से गायब थी आरोपी शिक्षिका
मामला एक महिला टीचर द्वारा महिला शिक्षामित्र को बुरी तरह पीटने का है। बताया जा रहा है कि कोतवाली देहात इलाके के प्राथमिक विद्यालय ककरा नेवादा में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात कनक चौधरी बीते एक महीने से बिना किसी सूचना के स्कूल से गायब थीं। उनकी गैर हाजरी पर उसी स्कूल में तैनात शिक्षामित्र मिथिलेश कुमारी ने स्कूल के उपस्थिति रजिस्टर में आकस्मिक अवकाश दर्ज कर दिया। कल जब सहायक अध्यापिका स्कूल पहुंचीं और रजिस्टर चेक किया तो आकस्मिक अवकाश लिखा देख आग बबूला हो उठीं। रजिस्टर में दर्ज अवकाश वाले पेज को उन्होंने फाड़कर नए सिरे से अटेंडेंस शीट पर साइन करने का दबाव पीडि़त शिक्षामित्र पर बनाने लगी, लेकिन पीडि़त शिक्षामित्र ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया।
दीवार और टेबल पर पटका सिर
आरोप है कि साइन न करने पर सहायक अध्यापिका ने स्कूल के अंदर ही जमकर गाली गलौज शुरू कर दी। मामला इतना आगे बढ़ गया कि आरोपी महिला टीचर ने पीडि़ता शिक्षामित्र का बाल पकड़कर उसका सिर सामने पड़ी टेबल और दीवार पर कई बार लड़ाया। इस दौरान उसने जमकर उसकी पिटाई भी की। पीडि़ता पिटाई से बेहोश हो गई तो मौके से आरोपी शिक्षिका भाग निकली। घटना के बाद स्कूल के स्टाफ ने इसकी सूचना 100 नंबर पर दी और बेहोश शिक्षामित्र को अस्पताल में भर्ती करवाया। देर शाम घायल शिक्षामित्र का हालचाल पूछने जिला अस्पताल पहुचे बीएसए अमरकांत ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच करवा कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बच्चों की पढ़ाई पर पड़ेगा बुरा असर
अब ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर जिले का शिक्षा विभाग कर क्या रहा है। एक स्कूल से टीचर महीना भर गायब रहती है और किसी को कोई खबर तक नहीं होती। एक तरफ यूपी सरकार घटिया स्तर की शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने की जद्दोजहद में दिन रात जुटे हुए हैं, वहीं सरकार के तमाम नुमाइन्दे सरकार के दावों की हवा निकालने में अपनी तरफ से कोई भी मौका नहीं जाने देना चाहते। सवाल उठ रहा है की जब बच्चों का मार्गदर्शन करने वाले शिक्षक की बच्चों के सामने स्कूल के अंदर आपस में जूतम पैजार करेंगे तो बच्चों पर इसका क्या असर पड़ेंगा? यह समझने वाली बात है।
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ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
दबंग शिक्षिका ने उसे तब तक पिटती रही, जब तक की वह बेहोश नहीं हो गई। पीडि़ता महिला शिक्षामित्र का दोष सिर्फ इतना था कि उसने उपस्थिति पंजिका पर झूठी उपस्थिति दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया था। पीडि़ता को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। वहीं, आरोपी शिक्षिका के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई है। मामला चित्तौरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय ककरा नेवादा का बताया जाता है।
जमकर पीटा, बेहोश होने पर भागी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बेसिक शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में सरकारी स्कूलों और उनके टीचरों के हाल बद से बदतर साबित हो रहे हैं। जिले में टीचरों की लापरवाहियों की खबरें तो आम बात है, लेकिन शिक्षकों की पिटाई का मामला कम ही सामने आता है। लेकिन, बुधवार को शिक्षा के मंदिर में ही एक शिक्षिका की जमकर पिटाई कर दी गई। खास बात यह रही कि इस दौरान अन्य शिक्षक भी मौजूद रहें, लेकिन किसी ने बोलने की हिम्मत नहीं जुटाई।
एक माह से गायब थी आरोपी शिक्षिका
मामला एक महिला टीचर द्वारा महिला शिक्षामित्र को बुरी तरह पीटने का है। बताया जा रहा है कि कोतवाली देहात इलाके के प्राथमिक विद्यालय ककरा नेवादा में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात कनक चौधरी बीते एक महीने से बिना किसी सूचना के स्कूल से गायब थीं। उनकी गैर हाजरी पर उसी स्कूल में तैनात शिक्षामित्र मिथिलेश कुमारी ने स्कूल के उपस्थिति रजिस्टर में आकस्मिक अवकाश दर्ज कर दिया। कल जब सहायक अध्यापिका स्कूल पहुंचीं और रजिस्टर चेक किया तो आकस्मिक अवकाश लिखा देख आग बबूला हो उठीं। रजिस्टर में दर्ज अवकाश वाले पेज को उन्होंने फाड़कर नए सिरे से अटेंडेंस शीट पर साइन करने का दबाव पीडि़त शिक्षामित्र पर बनाने लगी, लेकिन पीडि़त शिक्षामित्र ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया।
दीवार और टेबल पर पटका सिर
आरोप है कि साइन न करने पर सहायक अध्यापिका ने स्कूल के अंदर ही जमकर गाली गलौज शुरू कर दी। मामला इतना आगे बढ़ गया कि आरोपी महिला टीचर ने पीडि़ता शिक्षामित्र का बाल पकड़कर उसका सिर सामने पड़ी टेबल और दीवार पर कई बार लड़ाया। इस दौरान उसने जमकर उसकी पिटाई भी की। पीडि़ता पिटाई से बेहोश हो गई तो मौके से आरोपी शिक्षिका भाग निकली। घटना के बाद स्कूल के स्टाफ ने इसकी सूचना 100 नंबर पर दी और बेहोश शिक्षामित्र को अस्पताल में भर्ती करवाया। देर शाम घायल शिक्षामित्र का हालचाल पूछने जिला अस्पताल पहुचे बीएसए अमरकांत ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच करवा कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बच्चों की पढ़ाई पर पड़ेगा बुरा असर
अब ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर जिले का शिक्षा विभाग कर क्या रहा है। एक स्कूल से टीचर महीना भर गायब रहती है और किसी को कोई खबर तक नहीं होती। एक तरफ यूपी सरकार घटिया स्तर की शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने की जद्दोजहद में दिन रात जुटे हुए हैं, वहीं सरकार के तमाम नुमाइन्दे सरकार के दावों की हवा निकालने में अपनी तरफ से कोई भी मौका नहीं जाने देना चाहते। सवाल उठ रहा है की जब बच्चों का मार्गदर्शन करने वाले शिक्षक की बच्चों के सामने स्कूल के अंदर आपस में जूतम पैजार करेंगे तो बच्चों पर इसका क्या असर पड़ेंगा? यह समझने वाली बात है।
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