बेसिक शिक्षा विभाग ने अपने अच्छे स्कूलों को प्रोत्साहन देने का काम शुरू कर दिया है। माह के उत्कृष्ट स्कूल के नाम से विभाग की वेबसाइट पर हर महीने एक अच्छे स्कूल का विवरण दिया जाएगा।
दिसम्बर में पहले श्रेष्ठ स्कूल के रूप में इटावा के प्राथमिक विद्यालय भगवानपुरा विकासखंड जसवंतनगर की का विवरण दिया गया है। इसी कड़ी में प्रतिभाशाली छात्र, पुरस्कृत अध्यापक और श्रेष्ठ कार्मिकों का विवरण भी वेबसाइट पर डाला जाएगा।बेसिक शिक्षा विभाग के निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह के मुताबिक हम हर उस चीज को प्रोत्साहन दे रहे हैं जो बुनियादी शिक्षा में बदलाव लाने की कोशिश के लिए की जा रही है। इसमें स्कूल, छात्र, कर्मचारी और अध्यापक शामिल हैं। इसी कड़ी में हर महीने एक स्कूल को अपनी वेबसाइट पर दिखाएंगे। यदि ज्यादा स्कूल हुए इसे पाक्षिक या साप्ताहिक भी कर सकते हैं। इस बार इटावा के जिस स्कूल को इस बार वेबसाइट पर दर्शाया गया है वहां 2013 में 135 बच्चे थे लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ कर 240 हो चुकी है। लगभग 70 ऐसे बच्चे हैं जिनका नाम उनके अभिभावकों ने निजी स्कूलों से कटवा कर यहां लिखवाया है। वहीं इस स्कूल ने जनपदीय व मंडलीय खेल रैलियों में इनाम भी जीते हैं। जनवरी के आखिरी हफ्ते में लोग प्रदेश का एक और उत्कृष्ठ स्कूल देख सकेंगे। इसके लिए सभी जिलों के बीएसए को निर्देश भेज दिए गए हैं कि वे अपने-अपने जिले के ऐसे स्कूलों को छांटकर और उनका भौतिक सत्यापन कर निदेशालय भेजें।
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दिसम्बर में पहले श्रेष्ठ स्कूल के रूप में इटावा के प्राथमिक विद्यालय भगवानपुरा विकासखंड जसवंतनगर की का विवरण दिया गया है। इसी कड़ी में प्रतिभाशाली छात्र, पुरस्कृत अध्यापक और श्रेष्ठ कार्मिकों का विवरण भी वेबसाइट पर डाला जाएगा।बेसिक शिक्षा विभाग के निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह के मुताबिक हम हर उस चीज को प्रोत्साहन दे रहे हैं जो बुनियादी शिक्षा में बदलाव लाने की कोशिश के लिए की जा रही है। इसमें स्कूल, छात्र, कर्मचारी और अध्यापक शामिल हैं। इसी कड़ी में हर महीने एक स्कूल को अपनी वेबसाइट पर दिखाएंगे। यदि ज्यादा स्कूल हुए इसे पाक्षिक या साप्ताहिक भी कर सकते हैं। इस बार इटावा के जिस स्कूल को इस बार वेबसाइट पर दर्शाया गया है वहां 2013 में 135 बच्चे थे लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ कर 240 हो चुकी है। लगभग 70 ऐसे बच्चे हैं जिनका नाम उनके अभिभावकों ने निजी स्कूलों से कटवा कर यहां लिखवाया है। वहीं इस स्कूल ने जनपदीय व मंडलीय खेल रैलियों में इनाम भी जीते हैं। जनवरी के आखिरी हफ्ते में लोग प्रदेश का एक और उत्कृष्ठ स्कूल देख सकेंगे। इसके लिए सभी जिलों के बीएसए को निर्देश भेज दिए गए हैं कि वे अपने-अपने जिले के ऐसे स्कूलों को छांटकर और उनका भौतिक सत्यापन कर निदेशालय भेजें।
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