इसके बाद बीएसए को ज्ञापन सौंप मांगें पूरी करने के लिए अपनी आवाज बुलंद की। इस दौरान संयोजक पांडेय ने कहा कि एबीआरसी चयन के लिए बार-बार अनुरोध करने पर भी चयन प्रक्रिया ठप है। इसे निष्पक्ष ढंग से संपादित कराया जाए। शिक्षकों के वेतन बिल का कार्य लेखाकार और कंप्यूटर आपरेट द्वारा निष्पादित करना है। यह बीआरसी की जिम्मेदारी है कि शिक्षकों के अवशेष एरियर, वेतन बिल, डीए, बोनस इस वित्तीय वर्ष में बिल बनाकर लेखा कार्यालय में ससमय जमा किया जाए। इस संदर्भ में आदेश निर्गत किया जाए। दस वर्ष की सेवा (एक ही पद पर) पूर्ण कर चुके शिक्षकों को चयन वेतनमान का लाभ इस जनपद में नहीं दिया जा रहा है। इस संदर्भ में शिक्षकों के हित में आदेश निर्गत किया जाए। इन मांगों पर शीघ्र विचार नहीं किया गया तो महासंघ 10 अप्रैल को धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगा। इस दौरान जिला सह संयोजक अजय त्रिपाठी, ऋषिकेश गुप्ता सहित दर्जन भर शिक्षक उपस्थित रहे।
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