देवरिया: शैक्षिक सत्र 2018-19 से जनपद के प्रत्येक विकास खंडों व नगर
क्षेत्र में पांच-पांच परिषदीय विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम से शिक्षक
कार्य शुरू किए जाएंगे। प्रत्येक विद्यालय में पांच-पांच शिक्षक तैनात किए
जाएंगे, जो अंग्रेजी माध्यम से बच्चों को पढ़ाएंगे।
शिक्षकों के चयन के लिए
परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत व इच्छुक शिक्षकों से 28 फरवरी तक
आवेदन-पत्र आमंत्रित किए गए। कुल 425 शिक्षकों के सापेक्ष करीब 300 आवेदन
पत्र प्राप्त हुए हैं। ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग मुश्किल में पड़ गया है।
विभाग की तरफ से फिर आवेदन की तारीख बढ़ाने की तैयारी है।
जनपद के 85 प्राथमिक विद्यालय नए सत्र में कांवेंट स्कूलों से
प्रतिस्पर्धा करते दिखेंगे। इनमें कक्षा एक, दो व तीन में अंग्रेजी माध्यम,
चार व पांच में अंग्रेजी और ¨हदी दोनों माध्यमों से पढ़ाई होगी। जनपद के
परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत इच्छुक शिक्षक-शिक्षिकाओं से आवेदन मांगा
गया। आवेदन की अंतिम तारीख पहले 23 फरवरी तय था, लेकिन गिनती के आवेदन पत्र
प्राप्त होने पर इसकी अंतिम तारीख 28 फरवरी बढ़ा दी गई। अभी तक करीब 300
ही आवेदन प्राप्त हुए हैं। जबकि 425 शिक्षकों की जरूरत है। इससे बेसिक
शिक्षा विभाग की ¨चता बढ़ गई है। इन पदों पर ऐसे शिक्षकों की तैनाती होगी
जिन्होंने इंटरमीडिएट परीक्षा अंग्रेजी विषय से उत्तीर्ण की हो या फिर
अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा ग्रहण की हो। प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापकों
के चयन के लिए 50 अंक का लिखित परीक्षा व 50 अंक का ही व्यक्तित्व परीक्षा
का आयोजन करने का बेसिक शिक्षा परिषद का निर्देश है, ताकि सही शिक्षकों का
चयन हो। लेकिन आवेदन पत्र कम आने पर शिक्षण दक्षता और अंग्रेजी माध्यम से
अभिव्यक्ति का परीक्षण कर पाना मुश्किल लग रहा है। ऐसे में प्राचार्य जिला
शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की अध्यक्षता में गठित चयन समिति ¨चतित दिख
रहा है। बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद के सचिव ने चयनित शिक्षकों का
प्रशिक्षण हर हाल में 15 मार्च तक पूर्ण करा लेने का निर्देश दिया है। इस
बाबत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेंद्र कुमार ने बताया कि 28 फरवरी तक
आवेदन मांगे गए थे। 85 विद्यालयों में 425 शिक्षकों की आवश्यकता है। इसके
सापेक्ष करीब 300 शिक्षकों ने आवेदन किए हैं। कम आवेदन आने के कारण इसकी
तारीख फिर बढ़ाई जाएगी। शिक्षकों की कम संख्या को देखते हुए केवल
साक्षात्कार लेकर चयन करने का विचार किया जा रहा है।
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