आर्थिक तंगी से शिक्षामित्र के पति की मौत

 संवाद सहयोगी बबेरू : परिवार की बढ़ती जिम्मेदारियां और सहायक शिक्षक से दोबारा शिक्षामित्र बनी पत्‍‌नी के गम में एक अधेड़ की अचानक ह्रदय गति रूक गई। इससे उसकी मौत हो गई।


ओरन निवासी अनीता पांडे समायोजित शिक्षामित्र अहिरन पुरवा में कार्यरत है। उनके पति विद्याधर (52) अक्सर बेटियों की पढ़ाई व उनकी शादी को लेकर परेशान रहते थे। शनिवार दोपहर खाना खाने के बाद पति-पत्नी के बीच बेटियों की पढ़ाई की बात हो रही थी कि सोनम (26) और नेहा (22) दोनों इलाहाबाद में रहकर कोचिंग कर रही हैं। समायोजन निरस्त होने के बाद घर की आर्थिक स्थित खराब है। ऐसे में उनकी पढ़ाई को लेकर पैसा कहां से आएगा। इसी बात को लेकर विद्याधर के सीने में तेज दर्द हुआ और वह बेहोश हो गए। आनन-फानन इलाज के लिए पड़ोसी जिला अस्पताल ले गये। प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने उन्हें कानपुर रेफर कर दिया। जहां रास्ते में ही विद्याधर की मौत हो गयी। पत्नी का कहना है कि आर्थिक तंगी के चलते पति की सदमा लगने से मौत हुई है। शिक्षामित्र संघ के जिलामंत्री महेन्द्र विश्वकर्मा, रामनरेश, गीता कुशवाहा आदि ने सरकार से आर्थिक मदद दिलाने की मांग करने का परिजनों को ढांढस बंधाया। उपजिलाधिकारी अतर्रा प्रहलाद ¨सह का कहना है कि सदमे से मौत में आर्थिक मदद देने का प्रावधान नहीं है। दैवीय आपदा से मौत पर आर्थिक मदद दी जाती है।
sponsored links:

No comments:

Post a Comment

Nhật xét mới nhất

Comments