कर्मचारी चयन आयोग के मध्य क्षेत्रीय कार्यालय पर आंदोलन कर रहे सैकड़ों
प्रतियोगियों ने गुरुवार को मुख्य गेट पर ताला लगाकर विरोध जताया। करीब
पांच घंटे तक आयोग के अधिकारी और कर्मचारी कार्यालय में कैद रहे। प्रशासन
ने स्थानीय पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स को भेजकर प्रतियोगियों पर दबाव
बनाया।
दोपहर बाद अपर जिलाधिकारी ने पहुंचकर प्रतियोगियों की बात सुनी और
मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन लिया। शाम साढ़े पांच बजे
प्रतियोगियों ने गेट का ताला खोला। 1एसएससी कार्यालय पर भर्तियों की सीबीआइ
जांच की मांग कर रहे प्रतियोगियों ने सड़क पर टेंट लगाकर और जमीन पर दरी
बिछाकर प्रदर्शन जारी रखा। प्रशासन या आयोग के किसी अधिकारी की ओर से
मुलाकात के लिए न आने पर प्रतियोगियों का गुस्सा भड़क उठा। करीब साढ़े बारह
बजे उन्होंने नारेबाजी करते हुए आयोग कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगा
दिया। घंटों वहीं नारेबाजी की। इस बीच एसएससी के अधिकारियों से जानकारी
मिलने पर जिला प्रशासन हरकत में आया और स्थानीय पुलिस के अलावा बड़ी संख्या
में आरएएफ के जवान भी धरनास्थल पर पहुंचे। दोपहर बाद अपर जिलाधिकारी
पहुंचे। उन्होंने आंदोलनकारियों से वार्ता की। उनसे मुख्यमंत्री,
प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन लेकर कहा कि इसे थोड़ी ही देर में फैक्स के
माध्यम से लखनऊ व दिल्ली भेजेंगे। एडीएम से मिले आश्वासन के बाद शाम साढ़े
पांच बजे आंदोलनकारियों ने गेट का ताला खोला और वहीं अनशन करने लगे।
प्रतियोगियों ने कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं तब तक
अपने घर नहीं लौटेंगे।
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