गोंडा : साहब मेरा स्कूल अंग्रेजी माध्यम में चयनित है। प्रतिनियुक्ति
के लिए आवेदन नहीं किया था। सर प्लीज, अब काउंसि¨लग करा लीजिए। सर, मैंने
स्कूल छोड़ने के लिए आवेदन किया था। मुझे मनपसंद स्कूल दे दीजिए।
मैं मेहनत
करूंगा। यह ²श्य बुधवार को पंतनगर स्थित बीएसए कार्यालय पर काउंसि¨लग के
दौरान देखने का मिला, जहां मनमाफिक स्कूल पाने के लिए शिक्षक परेशान दिखाई
पड़े। किसी ने पहले आवेदन नहीं किया था लेकिन अब स्कूल अंग्रेजी होने पर
नियुक्ति के लिए अधिकारियों की मिन्नतें कर रहे हैं। बहरहाल नियमों का
हवाला देते हुए बीएसए ने उनको समझाया।
बेसिक शिक्षा विभाग ने अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई के लिए स्कूल चयनित
किए है, जिसमें प्रधानाध्यापक व चार शिक्षकों की तैनाती होनी है। पूर्व में
बहकावे में आकर शिक्षकों ने प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन नहीं किया। अब
स्कूल अंग्रेजी माध्यम से होने पर उनको हटना पड़ेगा। ऐसे में शिक्षक स्कूल
बचाने के लिए परेशान दिखाई पड़े। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव
पांडेय ने बताया कि 32 प्रधानाध्यापकों ने परीक्षा दी थी। काउंसि¨लग में दो
अनुपस्थित रहे। इसके साथ ही 147 सहायक अध्यापकों की काउंसिलिग हुई।
दिव्यांग व महिला शिक्षकों से विकल्प लेकर प्रतिनियुक्ति दी गयी। बचे
स्कूलों में पुरुष अध्यापकों से विकल्प लिया गया है। बीएसए ने बताया कि
जिन्होंने आवेदन नहीं किया था, अब रहना चाहते हैं। उनकी दोबारा परीक्षा
कराई जाएगी।
sponsored links: