*1) खण्ड पीठ ने कहा कि सिंगल जज ही मामले की सुनवाई करेंगे हम इंटरफेर नहीं करेंगे।*
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2) 0 जनपद की ओर से IA अलग से फ़ाइल करनी होगी जिसका विरोध 51 जनपद से याची नहीं करेंगे।
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*3) सिंगल जज सभी मामलों को ध्यान में रखते हुए शीघ्रता से याचिका का निस्तारण करें।*
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4) केवल एक कामयाबी मिली है कि IA का विरोध नहीं होगा, वो यह अपील न करते तब भी हो जाता। कुल मिलाकर खण्ड पीठ से कुछ हासिल नहीं हुआ।
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*5) पर प्रयास तो करना होता ही है, लेकिन विडम्बना यह है कि जब इंटरफेयर नहीं करना था तो घण्टो बहस में जी क्यों लगाया।*
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PS: सीनियर एडवोकेट ओ पी श्रीवास्तव भी बहस कर रहे थे इस ऑर्डर से पता चला।