68500 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में 15 फीसदी परीक्षार्थी गायब, -अब भर्ती का इंतजार
राज्य मुख्यालय। 68,500 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में 4
अभ्यर्थियों की जगह दूसरे लोगों को परीक्षा देते पकड़ा गया। वहीं दो
अभ्यर्थियों को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करते पाए गए।
मेरठ में एक
परीक्षार्थी उत्तरपुस्तिका लेकर भाग गईं। इन सबके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी
गई है। 15 फीसदी अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे।
प्रदेश में पहली बार हुई लिखित परीक्षा में 17,837 अभ्यर्थी
अनुपस्थित रहे। इस परीक्षा के लिए 1,25,745 परीक्षार्थी ने पंजीकरण करवाया
था लेकिन परीक्षा देने केवल 1,07,908 अभ्यर्थी ही पहुंचे। इस परीक्षा की
उत्तर कुंजी भी परीक्षा नियामक प्राधिकारी जारी करेगा। इस लिखित परीक्षा
में बहुविकल्पीय की जगह अतिलघुत्तरीय प्रश्न पूछे गए थे।
इस परीक्षा के लिए 246 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। सबसे
ज्यादा 1855 परीक्षार्थी इलाहाबाद मंडल में अनुपस्थित पाए गए। वहीं मेरठ
में 1625, आगरा में 1602 और लखनऊ मंडल में 1598 परीक्षार्थी परीक्षा
केन्द्र तक नहीं पहुंचे। लिखित परीक्षा में सामान्य व ओबीसी वर्ग के 33
फीसदी और एससी-एसटी वर्ग के 30 फीसदी अंक पर ही उत्तीर्ण माने जाएंगे।
लिखित परीक्षा के 60 फीसदी अंक जुड़ेंगे मेरिट में-
इस परीक्षा में पास होने के वाले अभ्यर्थी ही 68,500 शिक्षक
भर्ती में भाग ले सकेंगे। भर्ती के लिए मेरिट शैक्षिक योग्यता और लिखित
परीक्षा को मिलाकर बनाई जाएगी। इसमें दसवीं, बारहवीं, स्नातक और प्रशिक्षण
का 10-10 फीसदी यानी 40 फीसदी और लिखित परीक्षा के 60 फीसदी अंक जोड़ कर
मेरिट तैयार की जाएगी।