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12460 शिक्षक भर्ती घोटाला : आखिर एक गांव पर शिक्षा महकमा इतना मेहरबान क्यों

शिक्षक भर्ती घोटाला.........
आखिर गांव कारब पर इतना मेहरबान क्यों है शिक्षा महकमा
-185 नियुक्तियों में से 12 लोग इसी गांव के बने है शिक्षक
-बलदेव, महावन क्षे़त्र के 29 आवेदकों को मिले है नियुक्ति पत्र

मथुरा। आखिर एक गांव पर शिक्षा महकमा इतना मेहरबान क्यों है। सवाल इस लिए उठ रहा है कि जनपद में 185 शिक्षकों की भर्ती हुई उसमें से 12 शिक्षक अकेले गांव कारब के ही है। भर्ती घोटाले के इस रैकेट में बलदेव क्षेत्र के कुछ शिक्षक भी शामिल बताए जा रहे हैं। जो खुलासे के दिन से ही मामले को दबाने में लगे हुए है।

12460 शिक्षक भर्ती प्रकरण में नियो न्यूज द्वारा भर्ती घोटाले का खुलासा किए जाने के बाद अब भर्ती घोटाला गिरोह के राज फास होते जा रहे हैं। जिस तरह के तथ्य निकलकर सामने आ रहे हैं उससे साफ नजर आता है कि भर्ती घोटाला गिरोह की जड़ें बलदेव क्षेत्र में भी फैली हुई है। 12460 शिक्षक भर्ती में जिन 185 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी किए गए हैं उनमें से बड़ी संख्या में महावन और बलदेव क्षेत्र के शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। इस क्षेत्र के 29 आवेदक हैं जिन्हें 12460 शिक्षक भर्ती में नियुक्ति पत्र जारी किए गए है। चैंकाने वाली बात ये भी है कि 29 में से 12 आवेदक एक ही गांव कारब के है।

सूत्रों की माने तो शिक्षक भर्ती घोटाले में महावन बलदेव क्षेत्र बलदेव क्षेत्र का दबदबा होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि भर्ती घोटाले में लिप्त गिरोह के कई सदस्य इस क्षेत्र से ही हैं। बेसिक शिक्षा कार्यालय मथुरा में भी कारब गांव के कुछ शिक्षकों को स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जाता है बेसिक शिक्षा कार्यालय द्वारा समय≤ पर निकलने वाले आदेश भी इस स्पेशल ट्रीटमेंट की पुष्टि करते हैं। दिसंबर 2016 में तत्कालीन बीएसए द्वारा जिन 19 शिक्षकों के खिलाफ कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति पाने के संदेह में रिपोर्ट दर्ज कराने का प्रयास किया गया था उनमें भी कुछ कारब गांव के शिक्षक शामिल थे। इन शिक्षकों का वेतन भी रोक दिया गया था। लेकिन मौजूदा बीएसए संजीव कुमार सिंह द्वारा 6 फरवरी 2018 को एक आदेश जारी कर 2 शिक्षकों का वेतन जारी करने के निर्देश दिए गए। आपको जानकर अचरज होगा कि 19 में से जिन दो शिक्षकों पर बेसिक शिक्षा विभाग की यह कृपा बरसी है वह दोनों शिक्षक भी कारब गांव के ही निवासी हैं।

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