लखनऊ। यूपी के लखनऊ में शिक्षामित्रों का प्रदर्शन एक
बार फिर से तेज हो रहा है। शिक्षामित्रों की मांगों को लेकर लखनऊ में
लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं शिक्षामित्रों ने 1 जून से बड़े प्रदर्शन
की घोषणा की है।
शिक्षामित्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आश्वासन के
बाद भी शासनादेश निर्गत न होने से नाराज हैं।
शिक्षामित्रों
का बीते साल समायोजन रद्द कर दिया गया था उसके बाद शिक्षामित्रों के
प्रदर्शन के चलते मुख्यमंत्री ने सकारात्मक आश्वासन दिया था लेकिन इतना समय
बीत जाने के बाद भी कोई हल न निकलने पर शिक्षामित्र प्रदर्शन पर मजबूर है।
शिक्षामित्रों
की मांगे हैं कि आरटीआई एक्ट 2009 के तहत उन्हें पूर्ण शिक्षक का दर्जा
दिया जाए और बेसिक शिक्षा नियमावली के अनुसार पूर्ण शिक्षक का वेतनमान दिया
जाए इसके साथ ही जो शिक्षक टेट पास है उनको बिना बिल लिखित परीक्षा और
अनुभव के आधार पर नियुक्ति दी जाए। शिक्षामित्रों को समान कार्य समान वेतन
दिया जाए। मृत शिक्षामित्रों के परिवार को आर्थिक सुरक्षा दी जाए।