प्रयागराज : 18 नवंबर को होने वाली उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2018 में गडबड़ी रोकने के लिए एसटीएफ और एलआईयू की टीमों को लगाया गया है।
परीक्षा के लिए जिले के प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर अलग-अलग स्टैटिक मैजिस्ट्रेट को लगाया जाएगा। स्टैटिक मैजिस्ट्रेट प्रत्येक पाली के लिए होंगे और कोषागार के डबल लॉक से प्रश्नपत्र को लेकर परीक्षा केंद्र पर जाएंगे। टीईटी में इस बार प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 11,70,786 आवेदक जबकि उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 6,12,930 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए हैं। प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 2070 जबकि उच्च प्राथमिक के 1051 केंद्र बनाए गए हैं।
केंद्र पर अभ्यर्थियों के साथ-साथ कक्ष निरीक्षक तथा अन्य किसी भी कर्मचारी को मोबाइल, नोटबुक या अन्य कोई यांत्रिक या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षा कक्ष में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र के साथ ऑनलाइन आवेदन में अंकित पहचान पत्र (ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईकार्ड) की मूल प्रति तथा प्रशिक्षण योग्यता के प्रमाणपत्र अथवा किसी भी सेमेस्टर की मार्कशीट की मूल प्रति या संबंधित प्रशिक्षण संस्था के रजिस्ट्रार/सक्षम अधिकारी से इंटरनेट से प्राप्त अंकपत्र की प्रमाणित प्रति अनिवार्य रूप से दिखानी होगी।
परीक्षा के लिए जिले के प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर अलग-अलग स्टैटिक मैजिस्ट्रेट को लगाया जाएगा। स्टैटिक मैजिस्ट्रेट प्रत्येक पाली के लिए होंगे और कोषागार के डबल लॉक से प्रश्नपत्र को लेकर परीक्षा केंद्र पर जाएंगे। टीईटी में इस बार प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 11,70,786 आवेदक जबकि उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 6,12,930 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए हैं। प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 2070 जबकि उच्च प्राथमिक के 1051 केंद्र बनाए गए हैं।
केंद्र पर अभ्यर्थियों के साथ-साथ कक्ष निरीक्षक तथा अन्य किसी भी कर्मचारी को मोबाइल, नोटबुक या अन्य कोई यांत्रिक या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षा कक्ष में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र के साथ ऑनलाइन आवेदन में अंकित पहचान पत्र (ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईकार्ड) की मूल प्रति तथा प्रशिक्षण योग्यता के प्रमाणपत्र अथवा किसी भी सेमेस्टर की मार्कशीट की मूल प्रति या संबंधित प्रशिक्षण संस्था के रजिस्ट्रार/सक्षम अधिकारी से इंटरनेट से प्राप्त अंकपत्र की प्रमाणित प्रति अनिवार्य रूप से दिखानी होगी।