आन्दोलनकारी एक शिक्षक बर्खास्त, अध्यक्ष समेत 13 शिक्षक सस्पेंड

गोंडा। पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन करने पर बीएसए मनिराम सिंह ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने शिक्षण कार्य का बहिष्कार करने वाले 13 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं, एक नव नियुक्त शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी है।
बीएसए ने शासन के निर्देश के बाद भी हड़ताल कर रहे शिक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही शुरू कर दी है। उन्होंने शिक्षण कार्य न करके हड़ताल में शामिल होने पर बेलसर के नव नियुक्त सहायक अध्यापक अमित कुमार राय की सेवा समाप्त कर दी। उन्होंने कहा कि शासन ने नव नियुक्त शिक्षकों को बर्खास्त करने का निर्देश दिया था। 


शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष आनंद त्रिपाठी के साथ-साथ पदाधिकारी विजय नारायण पांडेय, राजेश कुमार शुक्ल, अमित कुमार सिंह, सुधाकर पांडेय व अनिल पांडेय को स्कूलों में शिक्षण प्रक्रिया भंग करने के कारण निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा उन्होंने विकास खंड बेलसर के कई विद्यालयों का निरीक्षण किया। जिसमें प्राथमिक विद्यालय लौव्वाटेपरा बंद पाए जाने के कारण प्रधानाध्यापिका सुमन शुक्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

सहायक अध्यापिका माया गौड़ व बबिता पांडेय का सात फरवरी का वेतन अदेय कर दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय चिरेबसना डीह के सहायक अध्यापक सुशील कुमार व संगीता देवी तथा प्राथमिक विद्यालय हर्षापुर के प्रधानाध्यापक पवन उपाध्याय, सहायक अध्यापक सुरभि बंसल, सोनिया व मुमताज राव को निरीक्षण के समय विद्यालय बंद पाए जाने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।


शासन की मंशानुरूप बीएसए ने ब्लॉक तरबगंज में शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों से वार्ता कर स्कूलों में पठन-पाठन का सुचारु माहौल बनाये रखने की अपील की। इसी क्रम में ब्लॉक बेलसर में शिक्षकों की ओर से संचालित की जा रही सभा में अध्यापकों से वार्ता करते हुए धरना समाप्त कर स्कूलों मेें शिक्षण कार्य संपादित करने को कहा।


बीएसए ने गलत किया, आंदोलन और तेज होगा
हड़ताल हक के लिए है। उन्होंने कार्यवाही करके गलत किया है। उन्हें शायद नहीं पता है कि सरकार ने बातचीत का रास्ता खोल रखा है और संगठन के पदाधिकारी राजधानी में लगातार वार्ता कर रहे हैं। इस कार्यवाही से आंदोलन और तेज होगा। सरकार को कर्मचारी विरोधी घोषित करने के लिए ऐसी कार्यवाही की गई है। अब शिक्षक और अन्य विभाग के कर्मचारी चुप नही बैठेंगे।
आनंद त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष


वर्जन
स्कूलों का संचालन ठप करना और जो शिक्षक स्कूल खोल रहे हैं उन पर दबाव बनाना गलत है। शिक्षक वापस ड्यूटी पर आएं, नहीं तो और कार्यवाही होगी।
- मनिराम सिंह, बीएसए