देवरिया। पुरानी पेंशन बहाली के लिए कर्मचारियों की हड़ताल का कोर्ट की
सख्ती के बाद दम निकल गया है। छह दिवसीय हड़ताल पर गए शिक्षक-कर्मचारी
शुक्रवार को काम पर लौट गए। कर्मचारियों ने निर्धारित समय पर दफ्तर पहुंचकर
दिन भर सरकारी कामकाज निपटाया।
शिक्षक भी पठन-पाठन में मशगूल दिखे। कर्मचारी, शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के संयोजक अशोक कुुमार पांडेय व अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने शिक्षक-कर्मचारियों की हड़ताल पर रोक लगा दी है। प्रदेश नेतृत्व ने न्यायालय के सम्मान में हड़ताल स्थगित करने का निर्णय लिया है। आज से सभी कर्मचारी शिक्षक अपने कार्य सुचारु रूप से संचालित करेंगे। संगठन का संघर्ष हमें हमारा हक जरूर दिलाएगा। छह और सात फरवरी को शिक्षक, कर्मचारियों ने समर्पण के साथ हड़ताल में भाग लिया। महिलाओं का योगदान भी काबिलेतारीफ रहा। हमारा संघर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा। पुरानी पेंशन बहाल होने तक न्यायोचित तरीके से हम आवाज बुलंद करते रहेंगे। आंदोलन का स्वरूप भले ही कोई हो, कानूनी पहलुओं की पड़ताल करके सार्थक कदम उठाया जाएगा।
शिक्षक भी पठन-पाठन में मशगूल दिखे। कर्मचारी, शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के संयोजक अशोक कुुमार पांडेय व अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने शिक्षक-कर्मचारियों की हड़ताल पर रोक लगा दी है। प्रदेश नेतृत्व ने न्यायालय के सम्मान में हड़ताल स्थगित करने का निर्णय लिया है। आज से सभी कर्मचारी शिक्षक अपने कार्य सुचारु रूप से संचालित करेंगे। संगठन का संघर्ष हमें हमारा हक जरूर दिलाएगा। छह और सात फरवरी को शिक्षक, कर्मचारियों ने समर्पण के साथ हड़ताल में भाग लिया। महिलाओं का योगदान भी काबिलेतारीफ रहा। हमारा संघर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा। पुरानी पेंशन बहाल होने तक न्यायोचित तरीके से हम आवाज बुलंद करते रहेंगे। आंदोलन का स्वरूप भले ही कोई हो, कानूनी पहलुओं की पड़ताल करके सार्थक कदम उठाया जाएगा।