ललितपुर। बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा संचालित स्कूल में फर्जी प्रमाण
पत्र के आधार पर नौकरी पाना एक शिक्षक को महंगा पड़ गया है। शिक्षक द्वारा
लगाए गए बीएड के प्रमाण पत्र में हेराफेरी पाई गई। शिक्षक के इस कूटरचित
कृत्य पर बीएसए ने उसे बर्खास्त कर दिया है।
बीएसए मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि शिक्षक भर्ती की जांच एसआईटी द्वारा की
जा रही है। जांच के उपरांत प्राथमिक विद्यालय बड़वार ब्लाक मड़ावरा का नाम
फर्जी/टेंपर्ड (कूटरचित दस्तावेज) की सूची में शामिल किया गया। इसके
अनुपालन में शिक्षक के खिलाफ एफआईआर कराई गई। इस पर शिक्षक उच्च न्यायालय
पहुंच गया। हाईकोर्ट से भी उसे कोई राहत नहीं मिली। इसके पश्चात 25 जुलाई
को इसे साक्ष्यों सहित लिखित अभिकथन के साथ बीएसए कार्यालय में बुलाया गया।
इसके संबंध में अध्यापक द्वारा 14 अक्तूबर को एक पत्र दिया जो औचित्यहीन
पाया गया। इस पर प्राथमिक विद्यालय बड़वार में कार्यरत शिक्षक सुनील कुमार
की सेेवा समाप्त कर दी गई है। आरोप है कि डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय
आगरा के बीएड सत्र 2004-05 का प्रमाण पत्र फर्जी है, साथ ही उसमें
हेराफेरी भी की गई है। इस कार्रवाई के बाद भी विभाग द्वारा फर्जी दस्तावेज
लगाकर नौकरी करने वाले शिक्षकों की जांच जारी है।