प्रयागराज,जेएनएन। शिक्षक भर्ती शुरू कराने के लिए
सोमवार को बेरोजगार छात्र संघर्ष समिति ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय
लाइब्रेरी गेट से नियामक कार्यालय तक जुलूस निकाला। जुलूस में बड़ी संख्या
में प्राथमिक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी व विश्वविद्यालय के छात्र मौजूद
रहे। कार्यालय पहुंचने पर वहां मौजूद पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन
छात्र नेताओं की अगुवाई में छात्रों की भीड़ नारेबाजी करते हुए आगे बढ़
गई।
युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रही है सरकार
नियामक कार्यालय पहुुंचकर जुलूस सभा में परिवर्तित हो गई। सभा को संबोधित करते हुए छात्र नेता विकास तिवारी ने कहा कि सरकार ने परीक्षा के उपरांत नियम बदलकर शिक्षक भर्ती को जानबूझकर न्यायालय में लंबित कराया है। सरकार युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रही है। सत्यम कुशवाहा और दुर्गेश प्रताप सिंह ने कहा कि जल्द नई विज्ञप्ति जारी नहीं की गई तो बेमियादी अनशन शुरू कर आंदोलन तेज करेंगे। शशांक शर्मा ने कहा कि सरकार यदि एक हफ्ते के अंदर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है तो एक बड़ी बेरोजगार हुंकार रैली का आयोजन किया जाएगा। सभा में पहुंचे नियामक रजिस्ट्रार ने छात्रों को आश्वासन दिया कि सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नहीं है। उनके आते ही बातचीत कर सारी मांगों पर आयोग की स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी।
छात्रों ने दी आंदोलन की चेतावनी
छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव व देवधर तिवारी ने ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि एक हफ्ते के अंदर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई तो व्यापक आंदोलन झेलने के लिए आयोग तैयार रहे। प्रदर्शन के उपरांत छात्रसंघ भवन पर संयोजक विकास तिवारी व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में बैठक में निर्णय लिया गया कि 10 फरवरी से नियामक पर बेमियादी आंदोलन व प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेकानंद पाठक, विकास तिवारी जितेंद्र तिवारी, शेष नारायण ओझा, अनुराग पाल, सूरज शुक्ल, शशांक द्विवेदी, आदित्य कुमार, शुभम यादव, अंकित जारी, अभिषेक सिंह आदि मौजूद रहे।
युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रही है सरकार
नियामक कार्यालय पहुुंचकर जुलूस सभा में परिवर्तित हो गई। सभा को संबोधित करते हुए छात्र नेता विकास तिवारी ने कहा कि सरकार ने परीक्षा के उपरांत नियम बदलकर शिक्षक भर्ती को जानबूझकर न्यायालय में लंबित कराया है। सरकार युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रही है। सत्यम कुशवाहा और दुर्गेश प्रताप सिंह ने कहा कि जल्द नई विज्ञप्ति जारी नहीं की गई तो बेमियादी अनशन शुरू कर आंदोलन तेज करेंगे। शशांक शर्मा ने कहा कि सरकार यदि एक हफ्ते के अंदर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है तो एक बड़ी बेरोजगार हुंकार रैली का आयोजन किया जाएगा। सभा में पहुंचे नियामक रजिस्ट्रार ने छात्रों को आश्वासन दिया कि सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नहीं है। उनके आते ही बातचीत कर सारी मांगों पर आयोग की स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी।
छात्रों ने दी आंदोलन की चेतावनी
छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव व देवधर तिवारी ने ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि एक हफ्ते के अंदर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई तो व्यापक आंदोलन झेलने के लिए आयोग तैयार रहे। प्रदर्शन के उपरांत छात्रसंघ भवन पर संयोजक विकास तिवारी व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में बैठक में निर्णय लिया गया कि 10 फरवरी से नियामक पर बेमियादी आंदोलन व प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेकानंद पाठक, विकास तिवारी जितेंद्र तिवारी, शेष नारायण ओझा, अनुराग पाल, सूरज शुक्ल, शशांक द्विवेदी, आदित्य कुमार, शुभम यादव, अंकित जारी, अभिषेक सिंह आदि मौजूद रहे।