सीएम 80,000 सरकारी स्कूल के स्टूडेंट्स को देंगे स्मार्टफोन, पंजाब सरकार सबसे बड़ा तोहफा

 पंजाब सरकार का बड़ा तोहफा, सीएम 80,000 सरकारी स्कूल के स्टूडेंट्स को देंगे स्मार्टफोनकोरोना संक्रमण के चलते स्कूल-कॉलेज फिलहाल बंद चल रहे हैं।




कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल-कॉलेज फिलहाल बंद चल रहे हैं। ऐसे में पढ़ाई का नुकसान से बचने के लिए इस समय ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में पंजाबर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह स्मार्ट कनेक्ट योजना का दूसरे चरण का शुभारंभ किया है।


कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल-कॉलेज फिलहाल बंद चल रहे हैं। ऐसे में पढ़ाई का नुकसान से बचने के लिए इस समय ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में पंजाबर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Punjab Chief Minister Amarinder Singh) स्मार्ट कनेक्ट योजना (Punjab Smart Connect Scheme) का दूसरे चरण का शुभारंभ किया है। इसके अनुसार सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 12 वीं कक्षा के 80,000 छात्रों को स्मार्टफोन दिए जाएंगे।


पंजाब के मुख्यमंत्री ने इस संबंध में जानकारी देते हुए आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ''मेरी सरकार की ओर से चरण-दो के तहत सरकारी स्कूलों में 12वीं में पढ़ने वाले 80,000 स्टूडेंट्स को स्मार्टफोन दिया जाएगा। वहीं फर्स्ट फेज में 50,000 छात्रों को पहले ही वितरण किया जा चुका है। "मुझे यकीन है कि इन स्मार्टफोन की मदद से कोविड-19 संक्रमण महामारी के बीच छात्रों को शिक्षा की चुनौतियों का सामना करने में मदद करेंगे।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार कक्षा 12 के छात्रों 1,75,443 में से 1,30,000 स्टूडेंट्स को मोबाइल वितरित किए जा चुके हैं। वहीं बाकी बचे हुए स्टूडेंट्स को जल्द ही वितरित किया जाएगा। इस मौके पर पंजाब सीएम ने सरकारी स्कूल मोहाली स्कूल के कक्षा 12 के छात्रों के साथ बातचीत भी की। पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अनुसार शेष छात्रों को दिसंबर के अंत तक फोन बांट दिए जाएंगे। इस योजना का लाभ महज पंजाब के रहने वाले स्टूडेंट्स को मिलेगा। योजना का लाभ लेने के लिए स्टूडेंट्स के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है। बता दें कि देश भर में मार्च में कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद से स्कूल बंद चल रहे हैं। हालांकि अनलॉक प्रक्रिया के बाद स्कूलों को खोलने की प्रक्रिया को लेकर कवायद शुरू हुई थी लेकिन फिर लगातार मामले बढ़ने की वजह से स्कूल खोलने के प्रक्रिया को एक बार फिर टाल दिया गया था।