लखनऊ : सरकारी विभागों की कार्यशैली सुधारने और बदहाल नागरिक सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए मंडलायुक्त रंजन कुमार ने शुक्रवार को नगर निगम के अफसरों की बैठक बुलाई। मंडलायुक्त ने स्कूलों को हाईटेक बनाने और हर वार्ड में कांफ्रेंसिंग रूम स्थापित करने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त ने नगर निगम के अफसरों को नागरिक सुविधाओं और सेवाओं के आधुनिकीकरण पर तेजी से काम करने को कहा। नगर निगम के स्कूलों को निजी स्कूलों की तर्ज पर तैयार करने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। कहा, इसके लिए निजी संस्थाओं और कॉरपोरेट सेक्टर का सहयोग लिया जाए। मंडलायुक्त ने कहा कि प्रत्येक वार्ड में लोगों को अपनी बात कहने का एक मंच मिले। इसके लिए वार्डो में वीडियो कांफ्रेंसिंग सेंटर बने, जहां पर लोग पंजीकरण कराकर समस्या बता सकें। मंडलायुक्त ने नगर निगम की तमाम सेवाओं को हाईटेक करने को कहा, ताकि लोग घर बैठे उनका अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। बैठक में नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। बड़े शहरों और विदेशों से तुलना करते हुए कमिश्नर से नगर निगम की कार्यशैली पर ही सवाल उठा दिए। कमिश्नर ने बैठक में कहा कि वह सुबह छह से नौ बजे तक सड़क पर रहते हैं, लेकिन उन्हें नगर निगम का सफाई कर्मचारी नहीं दिखता है। पार्क ऐसे हैं कि उनमें बैठा नहीं जा सकता है।
कमिश्नर ने पार्क को लेकर सफाई दे रहे एक अधिकारी को फटकार भी लगाई और कहा कि कभी पार्क की घास पर दो घंटा बैठे हो। रोड लाइटें नहीं जलती हैं। नगर निगम सीमा में भवनों की संख्या की सूची पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि भवनों की संख्या कम बताई जा रही है। कमिश्नर ने कुछ अधिकारियों को साइकिल से भ्रमण करने की नसीहत दी। अधिकारियों ने बजट की कमी और बेवजह का दबाव होने की सफाई दी और कहा कि सुबह ही सफाई होने लगती है और इसके लिए नोडल अधिकारी भी तैनात हैं।
मंडलायुक्त रंजन कुमार ने नगर निगम के स्कूलों को निजी विद्यालयों की तर्ज पर तैयार करने के लिए कार्ययोजना बनाने के दिए निर्देश