वाराणसी : अब प्राइवेट परीक्षा के माध्यम से स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में डिग्री नहीं दी जाएगी। राजभवन ने राज्य विश्वविद्यालयों में व्यक्तिगत परीक्षा फार्म भरवाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके स्थान पर अब प्रदेश में संस्थागत व दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से ही डिग्री मान्य की जाएगी।
कुलाधिपति के विशेष कार्याधिकारी केयूरी सी. संपत की ओर समस्त राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को जारी परिपत्र में प्राइवेट के रूप में प्रचलित शैक्षिक व्यवस्था पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया गया है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति को भी इस आशय का परिपत्र बुधवार को मिला है। इसे देखते हुए विद्यापीठ वर्तमान सत्र से ही प्राइवेट परीक्षा की प्रथा खत्म करने पर विचार कर रही है।
दरअसल फार्म भरने वाले व्यक्तिगत परीक्षार्थियों को सीधे परीक्षा में बैठने की अनुमति मिल जाती है। व्यक्तिगत परीक्षार्थियों को क्लास भी नहीं करना होता है। साथ ही आंतरिक असेसमेंट की भी कोई व्यवस्था नहीं है, जबकि दूरस्थ शिक्षा में विद्यार्थियों को स्टडी मैटेरियल उपलब्ध कराया जाता है। यही नहीं अवकाश में या शनिवार व रविवार को बकायदा कक्षाएं चलाई जाती हैं।