उच्च प्राथमिक विद्यालय गढ़ उमराव के चंद्रशेखर शर्मा,धनौटी के गजेंद्र सिंह,फरौली की ऊषा कुमारी, रूहेरी की सरोज कुमारी, बरसै की सुमन शर्मा,हनुमान चौकी नंबर दो की पूनम सक्सेना,दरियापुर की गायत्री देवी,सासनी की पल्लवी चतुर्वेदी, मिरगामई की रजनेश, निनामई की संगीता सैंगर,बरसै की हेमलता पर निलंबन की कार्रवाई हुई। इसके साथ ही सुमरित गढ़ी की उरमेश कुमारी, हनुमान चौकी नंबर दो की दीप्ति शर्मा,देदामई के नाहर
सिंह,मुहरिया के गजेंद्र सिंह,पैकवाड़ा की लता शर्मा, गिजरौली की नीतू गर्ग,लाखनू के नवनीत कुमार, गढ़ी तमन्ना की शालिनी व रश्मि सेंगर,पापरी की एनीला कुमारी, जोगिया की सपना सिंह, गढ़ी तमन्ना की रेखा रानी,बिसाना की दीपिका गोयल,टुकसान की नीरज कुमारी,चितावर की नीलम कुमारी और मोहनपुर उच्च प्राथमिक विद्यालय की अर्चना ने अपने आवंटित वाले विद्यालय में जाकर कार्यभार ग्रहण नहीं किया। समायोजन के खिलाफ कोर्ट गए शिक्षक-शिक्षिकाओं को राहत नहीं मिली है। कोर्ट ने जिला समिति पर निर्णय छोड़ दिया। इस पर जिला समिति के अंतिम निर्णय लेने के बाद बीएसए ने 28 शिक्षक-शिक्षिकाओं के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है।
16 अगस्त 2019 को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जनपदीय समायोजन समिति द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए 28 शिक्षक-शिक्षिकाओं का समायोजन किया गया था, लेकिन ये सभी समायोजन को गलत बताते हुए कोर्ट में चले गए। कोर्ट के द्वारा 12 सितंबर 2019 को आदेश पारित किया गया। विभागीय निर्देशों के क्रम में नियोक्ता के आदेशों की अवहेलना करने, शासन व विभाग की नीतियों का मनमाना पूर्ण विरोध करने, शिक्षण व्यवस्था में अव्यवस्था उत्पन्न करने के दोषी होने पर 28 शिक्षक- शिक्षिकाओं को शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 का उल्लंघन करने के आरोपों में तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।