वाराणसी:-
प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशकों की उपस्थिति सुधर नहीं रही। शुक्रवार को बीएसए भूपेंद्र नारायण समेत सभी खंड शिक्षा अधिकारी और जिला समन्वयकों की टीम ने 50 से अधिक स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान 93 हेडमास्टर, शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक अनुपस्थित मिले। सभी का वेतन और मानदेय रोकते हुए सभी से जवाब मांगा गया है।
कोरोना संक्रमण के कारण सरकारी स्कूल दो साल से प्रभावित हैं। बच्चों को अभी नहीं बुलाया जा रहा है लेकिन स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य किया गया है। ऐसे में काफी संख्या में शिक्षक बिना सूचना के गायब हो जा रहे हैं। शुक्रवार को बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह, बीईओ सुरियावां, भदोही औराई, डीघ, अभोली और ज्ञानपुर, नौ जिला समन्वयकों की टीम सभी छह ब्लॉकों के 50 से अधिक प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट स्कूलों में पहुंची। जहां 93 शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक बिना सूचना के गायब मिले। खंड शिक्षा अधिकारी और जिला समन्वयकों की निरीक्षण आख्या पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी 93 शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का वेतन रोकने का निर्देश दिया। सभी को तीन दिनों में स्पष्टीकरण देने की चेतावनी दी। बीएसए ने सभी शिक्षकों को हिदायत दी कि वह स्कूलों पर समय से आएं। लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।