कोरोना काल में विश्वविद्यालयों के स्नातक पाठ्यक्रमों का परिणाम घोषित नहीं होने से डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन (पूर्व में बीटीसी) में प्रवेश के लिए आवेदक नहीं मिल रहे। डीएलएड की 2.42 लाख सीटों पर प्रवेश के लिए 20 जुलाई को ऑनलाइन आवेदन शुरू हुए थे।
10 दिन बीतने के बाद महज 54 हजार अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है और 40 हजार के आसपास फॉर्म अंतिम रूप से जमा हो सके हैं। प्रदेश के 67 डायट में 10600 सीटों और 3103 निजी कॉलेजों में 2,31,600 कुल 2,42,400 सीटों पर प्रवेश के लिए पंजीकरण की आखिरी तारीख 10 अगस्त है।
ऑनलाइन आवेदन शुल्क 11 अगस्त तक जमा होंगे और आवेदक 12 अगस्त तक अपने आवेदन के प्रिंट आउट ले सकेंगे। यदि यही हाल रहा तो इस सत्र में डीएलएड की आधी सीटें भी भरना मुश्किल होगा।
जानकारों की मानें तो पिछले साल घोषित स्नातक पाठ्यक्रम के परिणाम के आधार पर आवेदन हो रहे हैं। उसके बाद से बीएड के पिछले सत्र का प्रवेश हो चुका है और दूसरे सत्र में प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है। जबकि डीएलएड का पिछला सत्र शून्य हो गया था। इसी कारण से आवेदक नहीं मिल रहे।