बलरामपुर।
उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित विद्यालय प्रबंधक प्रधानाचार्य महासंघ जिला इकाई ने उतरौला मुख्यालय के स्कॉलर्स एकेडमी सभागार में बैठक आयोजित की। बैठक में मुख्य रूप से स्कूलों को तत्काल खोले जाने एवं निजी विद्यालयों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान कराने के लिए न्यायालय में जनहित याचिका दायर करने की रणनीति बनाई गई।
बैठक स्कॉलर्स अकैडमी के प्रधानाचार्य असलम शेर खान व श्रीराम तीरथ चौधरी इंटर कॉलेज के मैनेजिंग डायरेक्टर डा. रमाकांत वर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए स्कूलों की हालत काफी खराब हो गई है। ऐसे में यदि अभी स्कूल खोले नहीं गए तो लाखों की तादाद में पढ़े-लिखे शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे। जिला संरक्षक डा. नितिन कुमार शर्मा ने कहा कि अब स्कूलों को बंद रखा गया, तो बच्चों का भविष्य तो बर्बाद होगा ही साथ ही साथ तमाम घर के पढ़े-लिखे शिक्षक बेरोजगार होकर अवसाद में चले जाएंगे। जिलाध्यक्ष डा. एमपी तिवारी ने स्कूलों की निजी समस्याओं का समाधान न होने पर जनहित याचिका दायर करने की बात कही। जिस पर उपस्थित सभी प्रबंधक, प्रधानाचार्य सहित एसोसिएशन पदाधिकारियों ने एक स्वर में सहमति जताई। बैठक में एसोसिएशन की महासचिव डा. पम्मी पांडेय एवं सचिव रीता चौधरी ने कहा कि सबका साथ सबका विकास का दावा करने वाली सरकार को निजी स्कूलों के प्रबंधक, प्रधानाचार्य, शिक्षक व कर्मचारियों की समस्याएं नहीं दिख रही हैं। बैठक में जनहित याचिका दायर करने सहित स्कूल 30 जुलाई तक न खोलने पर क्रमिक अनशन करने की चेतावनी एसोसिएशन पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन को दी। बैठक में अंसार अहमद, संयोजक अविनाश पांडेय, उपाध्यक्ष वीर गौरव सिंह, सैफ अली खान, अक्षत पांडेय, राघवराम, परशुराम दुबे, तोताराम, मनजीत सिंह, अफरोज खान, सुरेंद्र, हरिश्चंद्र वर्मा व मोहम्मद शाहिद आदि मौजूद थे।